चुनावी हिंसा : वाराणसी ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी की गोलियां बरसाकर हत्या, इलाके में सनसनी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शनिवार रात बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी की हत्या कर दी। बड़ागांव थाना क्षेत्र के इंदरपुर गांव के पूर्व प्रधान और इस बार फिर पंचायत चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे विजेंद्र यादव उर्फ पप्पू (45) को शनिवार की रात सात गोली मार कर बदमाशों ने हत्या कर दी।
वारदात को लेकर परिजनों के साथ ही ग्रामीणों में गांव से लेकर बीएचयू ट्रॉमा सेंटर तक जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। वारदात की वजह चुनावी और निजी रंजिश के साथ ही जमीन विवाद को मानकर पुलिस तफ्तीश कर रही है। पुलिस मौके से सात खोखा बरामद कर वारदात के संबंध में क्षेत्र के संदिग्ध गतिविधियों वाले चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार मृतक विजेंद्र यादव बड़ागांव थाने का हिस्ट्रीशीटर था।
15 साल पहले चुने गए थे निर्विरोध ग्राम प्रधान
बड़ागांव थाना अंतर्गत इंदरपुर गांव निवासी विजेंद्र यादव 15 साल पहले निर्विरोध ग्राम प्रधान चुने गए थे। बीते 10 साल से उनकी पत्नी ममता यादव इंदरपुर गांव की प्रधान थी। विजेंद्र समाजवादी पार्टी से भी जुड़े हुए थे। इस बार विजेंद्र यादव ने फिर ग्राम प्रधान पद के चुनाव के लिए नामांकन किया था।
परिजनों के अनुसार वह देर शाम बड़ागांव से बाइक से अपने घर आ रहे थे। सैरा गांव में एक बगीचे के समीप पहले से घात लगा कर बैठे बदमाशों ने आठ से 10 राउंड फायरिंग की। गोली चलने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके की ओर दौड़े तो हमलावर बाइक स्टार्ट कर बड़ागांव की ओर भाग निकले। खून से लथपथ विजेंद्र को काजीसराय और मलदहिया स्थित निजी हॉस्पिटल होते हुए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों के अनुसार विजेंद्र के सीने पर सात गोली मारी गई है। वहीं डॉक्टरों के अनुसार गोलियों के बारे में सही तरीके से पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही स्पष्ट हो सकेगा। उधर, वारदात की सूचना पाकर बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने बताया कि परिजनों से यही पता लगा है कि सीने में सात गोली मारी गई है। फिलहाल शव बीएचयू मोर्चरी में रखवाया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि कितनी गोली मारी गई है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए पुलिस की तीन टीम लगाई गई है।