15 घंटे में चंगा हुआ बाहुबली : पंजाब में जिनसे परेशान था अंसारी, बांदा जेल पहुंचते ही खत्म हुईं वो बीमारी
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल पहुंचते ही बाहुबली मुख्तार अंसारी की सारी दिक्कतें खत्म हो गईं। जो बीमारियां उसे पंजाब की रोपड़ जेल में परेशान कर रही थीं उत्तर प्रदेश सरकार की मेडिकल जांच में वह सब कुछ ठीक निकला। शुगर से लेकर स्लिप डिस्क और हार्ट संबंधी बीमारियों का परीक्षण करने के बाद अंसारी को चुस्त-दुरुस्त माना गया। कुल मिलाकर पंजाब मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट यूपी जाते ही धराशयी हो गई।
पंजाब मेडिकल बोर्ड की मेडिकल रिपोर्ट में नौ से अधिक गंभीर बीमारियां मुख्तार अंसारी को बताई गईं थीं। रोपड़ से बांदा जेल तक लगभग 15 घंटे के सफर के बाद हुए अंसारी के चिकित्सकीय परीक्षण में उसे किसी भी प्रकार की कोई गंभीर बीमारी नहीं होने की पुष्टि हुई है। यूपी में हुए चिकित्सकीय परीक्षण की रिपोर्ट में मुख्तार को पूरी तरह से फिट बताया गया है।
जबकि पंजाब मेडिकल बोर्ड के द्वारा अक्तूबर 2020 में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई मेडिकल रिपोर्ट में मुख्तार को कई गंभीर बीमारियां होने की बात कही गई थी। रिपोर्ट में बताया गया था कि मुख्तार अंसारी को स्लिप डिस्क, डायबिटीज और डिप्रेशन सहित कई गंभीर बीमारियां हैं, लिहाजा उसे तीन महीने के बेड रेस्ट पर रखा जाना आवश्यक है। रोपड़ जेल के अधिकारी अब इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। जेल अधिकारियों के मुताबिक मुख्तार का चिकित्सकीय परीक्षण नियम के अनुसार कराया गया था। यह एक सतत प्रक्रिया के तहत किया गया। मेडिकल बोर्ड की नीयत पर सवाल उठाना उचित नहीं है।
कोविड- 19 टेस्ट पर भी संशय
उत्तर प्रदेश की बांदा रवानगी से पहले मुख्तार के हुए कोरोना टेस्ट पर भी अब संशय खड़ा हो गया है। सोमवार की सुबह हुए कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट मंगलवार को दोपहर लगभग 12 बजे मिली थी, जबकि आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट आने में 48 घंटे का समय लगता है। जानकारी के अनुसार एहतियातन बांदा में भी अन्य चिकित्सकीय परीक्षण के साथ ही मुख्तार का कोरोना टेस्ट कराया गया है।
जेल के सेवादारों को ‘बख्शीश’ देकर रवाना हुआ बाहुबली
बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश रवाना होने के बाद भी चर्चा में बना हुआ है। रोपड़ जेल से रवानगी के दौरान अंसारी जेल में अपनी सेवा में लगे सेवादारों को हक अदायगी के रूप में ‘बख्शीश’ देकर रवाना हुआ। रोपड़ जेल प्रशासन इसके पीछे दलील दे रहा है कि ये पैसे मुख्तार अंसारी के थे, जो वापस कर दिए गए हैं। हालांकि जेल सूत्रों के अनुसार अंसारी जब रोपड़ जेल आया था तो उससे ये पैसे मिले थे। वही पैसे जाते समय अंसारी को दिए गए थे।