कई सारी बीमारियों से दूर रखने के साथ ही चेहरे पर भी चमक लाती है लॉफ्टर थेरेपी, होते हैं और भी फायदे
लॉफ्टर थेरेपी एक वैकल्पिक पद्धति है जो व्यक्ति को स्वस्थ-सक्रिय बनाती है। इसे योग इसलिए कहते हैं, क्योंकि इसमें प्राणायाम और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइजेस भी शामिल हैं। इसलिए, इसे दिनचर्या का हिस्सा जरूर बनाएं। आप इसे इस तरह कर सकते हैं।
– इसकी शुरुआत ताली बजाने से होती है इसलिए अपने हृदय के सामने अंगुली से अंगुली और हथेली से हथेली मिलाते हुए ताली बजाएं। फिर तालियों के साथ लय में हो हो हा हा बोलें।
इसके बाद हाथों को आकाश की ओर ले जाते हुए नाक से गहरी सांस लें और हाथों को नीचे की ओर करते हुए मुंह से सांस छोड़ें। कुछ देर बाद फिर से गहरी लंबी सांस लें और कुछ सेकंड सांस रोकने के बाद हंसते हुए उसे छोड़ें।
– ताली बजाते हुए दो बार वैरी गुड, वैरी गुड बोलें। फिर दोनों हाथों को आकाश की ओर फैलाकर खुशी से हे चिल्लाएं।
पास खड़े व्यक्ति से हाथ मिलाएं और उसकी आंखों में देखते हुए तब तक हंसे, जब तक सब लोग खुशी महसूस न करने लगें।
अंत में नाचते-गाते हुए खुलकर हंसे।
योग के बाद हंसने के अनगिनत फायदे भी जान लेंः-
1. लॉफ्टर थेरेपी से डिप्रेशन, हाइपरटेंशन, सिरदर्द में राहत मिलती है।
2. रोज़ थोड़ी देर हंसने से डायबिटीज़ पर काबू पाया जा सकता है।
3. हंसने से शरीर और मस्तिष्क में ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा पहुंचती है, जिससे शरीर में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होता है।
4. अध्ययनों के मुताबिक, खुलकर हंसने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी फायदा मिलता है।
5. हंसने से चेहरे की मांसपेशियों का व्यायाम होता है। इससे त्वचा पर चमक आती है।
6. खुलकर हंसने से भूख ज्यादा लगती है।
7. जोर से हंसने से दिमाग तेज और रचनात्मक होता है। याददाश्त दुरुस्त रहती है।
8. हंसने से तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन कार्टिसोल की मात्रा घटती है।
9. एक अध्ययन के मुताबिक रोज़ एक घंटा हंसने में लगभग 400 कैलरी ऊर्जा की खपत होती है, जिससे मोटापा नहीं पनपता।
10. हंसने से आशावाद और सकारात्मक विचारों को बल मिलता है। ईर्ष्या, द्वेष, घृणा जैसे नकारात्मक भाव दूर होते हैं।
नोट- यह एक्सरसाइज शुरू में किसी प्रशिक्षक के निर्देशन में ही करें। गर्भवती स्त्रियां और किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति इन एक्सरसाइजेस को करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।