कोरोना वायरस बेकाबू: दूसरी लहर में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ रहा संक्रमण, देश के कई शहरों में लगा लॉकडाउन
कोरोना वायरस की दूसरी लहर काफी तेजी से आगे बढ़ रही है। इस लहर में संक्रमण रिकॉर्ड तोड़ गति के साथ आगे बढ़ रहा है। पिछले एक दिन में 81 हजार से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं। पहली की तुलना में दूसरी लहर कई गुना तेजी से आगे बढ़ रही है। इतना ही नहीं लगातार दूसरे दिन देश में 450 से अधिक लोगों की संक्रमण से मौत हुई है।
कोरोना की दूसरी लहर पर काबू करने के लिए राज्यों ने अपने स्तर पर कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। राज्यों ने आंशिक लॉकडाउन के साथ ही सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। देश के कुछ शहरों में लॉकडाउन लगाया गया है। कई शहरों में रात्रि कर्फ्यू पहले से ही जारी है।
पुणे में बार, होटल, रेस्त्रां को अगले सात दिनों तक बंद
इसी के तहत कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र के पुणे में स्थानीय प्रशासन ने बार, होटल, रेस्त्रां को अगले सात दिनों तक बंद करने का फैसला किया है। इस दौरान होम डिलिवरी की जाएगी। पुणे के डिविजिनल कमिश्नर सौरभ राव ने बताया कि शनिवार से रात 12 से सुबह छह बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है। सभी धार्मिक स्थल अगले सात दिनों तक पूरी तरह से बंद रहेंगे।
वहीं, अगले सात दिनों के दौरान शादी और अंतिम संस्कार के अलावा किसी भी तरह का सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजन करने की अनुमति नहीं होगी। अंतिम संस्कार में जहां अधिकतम 20 लोग शामिल हो सकेंगे वहीं शादी में 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी। अगले शुक्रवार को स्थिति की फिर से समीक्षा की जाएगी।
मप्र के चार जिलों में लॉकडाउन
मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के चार जिलों में लॉकडाउन लगा दिया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने बेतूल जिले में शुक्रवार रात दस से तो खरगोन के शहरी क्षेत्रों में रात बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन रहेगा। रतलाम शहर और छिंदवाड़ा जिले में बृहस्पतिवार रात दस बजे से लेकर सोमवार सुबह 6 बजे जरूरी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी।
दुर्ग जिला प्रशासन ने छह से 14 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन लगाया
उधर, छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला प्रशासन ने छह से 14 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन लगाने का एलान किया है। जिलाधिकारी सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि संक्रमण चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाना जरूरी है, इसके लिए जनता के समर्थन की जरूरत है। हालांकि इसमें यह साफ नहीं किया गया है कि इस दौरान किन-किन गतिविधियों को मंजूरी रहेगी।
उद्धव बोले, नहीं तो लगाना पड़ेगा लॉकडाउन
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच शुक्रवार रात सीएम उद्धव ठाकरे ने जनता को संबोधित किया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना के चलते महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगेगा या नहीं लगेगा, इस पर मैं अभी कुछ भी नहीं बोलूंगा। हालांकि जो हालात इस समय हैं, अगर ये आगे भी जारी रहेंगे तो संभालना मुश्किल होगा। इसके बार लॉकडाउन की आखिरी उपाय है। सीएम ठाकरे ने कहा कि राज्य में 70 फीसदी टेस्ट आरटीपीसीआर से ही हो रहे हैं। कोरोना आने से पहले पिछले मार्च में हमारे पास बेड्स नहीं थे, लेकिन आज करीब तीन लाख 75 बेड्स हमने तैयार किए हैं। लॉकडाउन का उपयोग हमने अपनी जिम्मेदारी बढ़ाने के लिए किया था, जिसमें हम कामयाब भी हुए।
मुंबई में लग सकते हैं कुछ प्रतिबंध
वहीं मुंबई के मेयर किशोरी पेडनेकर ने भी कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए शहर में कुछ और प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए हैं। मुंबई में शुक्रवार को कोविड-19 के 8832 मामले आए। महामारी की शुरुआत होने के बाद से एक दिन में ये सबसे ज्यादा मामले हैं। एक दिन पहले शहर में संक्रमण के 8646 मामले सामने आए थे। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बताया कि शुक्रवार को 20 मरीजों की मौत हुई जो दिसंबर 2020 के बाद सबसे अधिक संख्या है।