दिल्ली का मौसम : आंधी ने किया परेशान, आज से बढ़ेगा तापमान
राजस्थान से चल रही धूल भरी आंधी का दौर राजधानी में अब थमने की ओर है। शुक्रवार को हवा की रफ्तार 30 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। इसके बाद लगातार पारा चढ़ेगा और दिन के साथ सुबह भी गर्म होगी। बृहस्पतिवार को भी दिनभर धूल भरी आंधी का दौर जारी रहा और सड़कों पर उड़ती धूल की वजह से लोगों को परेशानी हुई।
प्रादेशिक मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से एक अधिक 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य के बराबर 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तेज हवाओं की वजह से दिल्ली में इस समय हवा में नमी का स्तर भी कम बना हुआ है। यही वजह है कि पिछले 24 घंटे में हवा में नमी का अधिकतम स्तर 40 फ़ीसदी और न्यूनतम 18 फ़ीसदी दर्ज किया गया। दिल्ली के विभिन्न इलाकों की बात करें तो सबसे अधिक तापमान 36 डिग्री सेल्सियस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में दर्ज किया गया। इसके बाद पालम में 35.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान के ऊपर बने चक्रवात केंद्र की वजह से दिल्ली में धूल भरी आंधी चल रही है। पिछले तीन दिनों से दिल्ली में यही स्थिति बनी हुई है और शुक्रवार को भी तेज हवा की वजह से लोगों को परेशानी हो सकती है। इसके बाद से लगातार मौसम में बदलाव होगा और अधिकतम पारा चढ़ने के साथ यह 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा। इससे दोपहर के साथ सुबह भी गरम हो जाएगी।
औसत श्रेणी में पहुंची दिल्ली- एनसीआर की हवा
मौसम में हुए बदलाव की वजह से दिल्ली- एनसीआर की हवा में भी बदलाव हुआ है। इस कड़ी में दिल्ली समेत एनसीआर के शहरों की हवा औसत श्रेणी में दर्ज की गई है। केवल गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा की हवा खराब श्रेणी में रही। आगामी तीन दिनों तक हवा की स्थिति औसत श्रेणी से खराब श्रेणी के बीच बनी रहेगी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार बृहस्पतिवार को राजधानी का एक्यूआइ 182 दर्ज किया गया। इसके अलावा गुरुग्राम की हवा 138 के साथ सबसे साफ दर्ज की गई। सफर के अनुसार, वेंटिलेशन इंडेक्स का साथ देने की वजह से और तेज हवाओं के कारण वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। हालांकि, इन दिनों पीएम10 का स्तर भी प्रदूषण के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। अगले तीन दिनों तक प्रदूषण का स्तर औसत श्रेणी से खराब श्रेणी के बीच बने रहने की संभावना है। पिछले 24 घंटों में हवा में पीएम10 का स्तर 207 और पीएम 2.5 का सर 54 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया।