आई0 टी0 एस0 डेंटल काॅलेज दीक्षांत समारोहआयोजित, ‘‘डिग्री पाकर खिले छात्रों के चेहरे’’
- राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दें युवा-डाॅ0 रितू दुग्गल,
- दीक्षांत समारोह में एम0डी0एस0 के 30 और बी0डी0एस0 के 100 छात्रों ने हासिल की डिग्री
आई0 टी0 एस0 डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएडा में एम0डी0एस0 के छठे बैच-2017 एवं बी0डी0एस0 के दसवें बैच-2015 के छात्रों की शिक्षा पूर्ण होने के अवसर पर एक भव्य दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया।
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि डाॅ0 रितू दुग्गल, चीफ सी0डी0इ0आर0, एम्स, दिल्ली, एवं विशिष्ठ अतिथि, डाॅ0 विवेक नांगिया, डायरेक्टर व हैड, इंस्टीट्यूट आॅफ रिसपीरेटरी और क्रिटिकल केयर, मैक्स अस्पताल, साकेत, दिल्ली और आई0 टी0 एस0 – द एजूकेशन ग्रुप के अध्यक्ष डाॅ आर0 पी0 चड्ढा, उपाध्यक्ष श्री सोहिल चड्ढा, सचिव श्री बी0 के0 अरोडा, निदेशक -पब्लिक रिलेशन श्री सुरेन्द्र सूद एवं संस्थान के प्राधानाचार्य डॅा. सचित आनन्द अरोड़ा , सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं समारोह में शामिल विद्यार्थियों के माता-पिता की उपस्थिति में एम0डी0एस0 एवं बी0डी0एस0 के उत्तीर्ण छात्रों को डिग्री प्रदान की।
इस अवसर पर डाॅ0 रितू दुग्गल ने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों एवं उनके माता-पिता को बधाई देते हुए कहा कि दन्त चिकित्सा में स्नातक एवं परस्नातक की उपाधि हासिल करने से आप सभी की राष्ट्र और समाज के प्रति जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गयी है। डाॅ0 रितू दुग्गल ने उपाधि धारक छात्रों को समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का अहसास दिलाते हुऐ कहा कि कठिन परिश्रम और मेहनत से मिले ज्ञान का उपयोग मानवीय मूल्यों की रक्षा और समाज के लिए होना चाहिए। उन्होने कहा कि यह उनके जीवन की एक नई शुरूआत है तथा आने वाले समय में उन्हे अब तक के अर्जित किये हुए ज्ञान को लोगों की देखभाल के लिए उपयोग में लाना है।
डाॅ0 विवेक नांगिया ने अपने संबोधन मे कहा कि चिकित्सक की जरूरत समाज के हर प्रकार के लोगों को हर समय पडती है। चिकित्सक को उनकी जिम्मेदारियों का अहसास दिलाते हुए कहा कि देश के विकास की भागीदारी में चिकित्सकों का महत्वपूर्ण योगदान है। युवा चिकित्सकों को अपना आर्शीवाद प्रदान करते हुए डाॅ0 विवेक नांगिया ने कहा कि चिकित्सकों को चाहिए कि समाज के हर जरूरतमंद लोगों का सेवाभाव से इलाज करें।
संस्थान के प्राधानाचार्य डॅा. सचित आनन्द अरोड़ा ने विगत वर्षों में हुए संस्थान की उपलब्धियों को बताते हुए छात्रों से कहा कि चिकित्सीय शिक्षा का मुख्य उद्देश्य पैसा कमाना नही बल्कि समर्पित भाव से मरीजों की सेवा करना होना चाहिए। उन्होने छात्रों को उनका अतीत याद दिलाते हुए कहा कि आप सभी के माता-पिता ने दंत चिकित्सा पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाते हुए आप सभी के मन में दंत चिकित्सक बनने का बीजारोपण किया था और उस बीज को आप सभी ने अपने गुरूओं के सिखाये गये मार्ग पर चलते हुए अपनी कठिन मेहनत और परिश्रम के बल पर अब एक वृक्ष के रूप में परिवर्तित कर चुके है, और अच्छा वृक्ष वही होता है जिसकी छाया और फल अधिकतम लोगों तक पहुंच सके।
इस अवसर पर संस्थान के उपाध्यक्ष श्री सोहिल चड्ढा ने सभी उत्तीर्ण छात्रों को अपना आर्शीवाद देते हुए सभी छात्रों से अपील की कि संस्थान के माध्यम से विगत पांच वर्षों में छात्रों को दंत चिकित्सा की जो विद्या प्रदान की गयी है उसके माध्यम से सभी छात्र अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जरूरतमंद मरीजों की सेवा करें और आई0टी0एस0 का नाम रोशन करें।
इस अवसर पर बी0डी0एस0 2015 बैच के सभी छात्रों द्वारा संस्थान में बिताये गये अपने अनमोल पलों को पिरोकर बनाई गयी वार्षिक पुस्तिका का विमोचन करते हुए डाॅ0 रितू दुग्गल, डाॅ0 विवेक नांगिया तथा आई0टी0एस0 – द एजूकेशन ग्रुप के अध्यक्ष डाॅ आर0 पी0 चड्ढा ने उत्तीर्ण छात्रों के उज्जवल भविष्य की मनोकामना करते हुए कहा कि देश के विकास में शिक्षा और स्वास्थ्य का बडा अहम योगदान है और आई0टी0एस0 – द एजूकेशन ग्रुप बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है।
अपने अध्धयन के दौरान एकेडमिक सांस्कृतिक, खेलकूद आदि में विशेष रूप से अच्छा प्रदर्शन करने वाले बी0डी0एस0 के छात्रों में Best Outgoing Student (Academics) Farukh Masoodi, Best Outgoing student Eva Jain (All rounder), Best Outgoing student (Extra Curricular Activities) Abhijeet Jha & Abhinav Dutta तथा एम0डी0एस0 के छात्रों में Best Outgoing Student Academic Award esa Dr. Neetika Gupta, Best Ougoing Post graduate Student Dr. Arushi Dewan को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अंत में सभी उत्तीर्ण छात्रों ने संस्थान में बिताए गए अपने अनमोल पलों को याद करते हुए अपने सभी शिक्षकों और अपने माता-पिता के साथ जलपान ग्रहण करने के पश्चात् उनका आर्शीवाद लेते हुए भीगी पलकों के साथ अश्रुपूर्ण विदाई ली तथा अपने शिक्षकों के बताये गये राह पर चलने की शपथ ली।