दिल्ली के अस्पताल बन सकते हैं कोरोना के सुपर स्प्रेडर? OPD में नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस (Corona Virus) के खतरे के बीच क्या सरकारी अस्पताल सुपर स्प्रेडर (Super Spreader) बन सकते हैं? ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों (Government Hospitals) में कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इन अस्पतालों में कोरोना के लिए जरूरी सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन नहीं हो रहा. अस्पतालों के OPD रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर भारी भीड़ उमड़ रही है. इन अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर जरूरी दो गज की दूरी तो छोड़िए बल्कि यहां लंबी-लंबी लाइन लगी रहती है जो कोरोना विस्फोट का जरिया बन सकती है.
सबसे पहले बात करते हैं देश के सबसे बड़े अस्पताल अखिल भारतीय चिकित्सा संस्थान यानी एम्स की. पूरे देश से यहां मरीज इलाज के लिए पंहुचते हैं. यहां की तस्वीर चौंकाने वाली है. कोरोना का खतरा टला नहीं है लेकिन अस्पताल के ओपीडी में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटती है. लंबी-लंबी कतारों में लोग यहां बिना सोशल डिस्टेंसिंग के नजर आते हैं.
LNJP और जीबी पंत अस्पताल में भी भारी भीड़, नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
वहीं, लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल यानी LNJP में जनवरी महीने में ओपीडी सेवा शुरू कर दी गयी थी. यहां 15 विभाग हैं, हर विभाग में 100 मरीज हर दिन ओपीडी में देखे जाते हैं. यहां भी OPD रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की भारी भीड़ है. इस जगह जरा भी सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन नहीं हो रहा है. OPD के लिए कई काउंटर बनाये गए हैं लेकिन किसी भी जगह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है और हर काउंटर पर भारी भीड़ दिखाई देती है. बता दें कि इस अस्पताल में अभी भी 31 कोरोना मरीज भर्ती हैं जिसमें खतरनाक UK स्ट्रेन का भी एक मरीज भर्ती है. LNJP में अभी तक कोरोना के 15 हजार मरीजों का इलाज हो चुका है.
LNJP के ही सामने जीबी पंत अस्पताल है, यहां भी अस्पताल के अंदर भारी संख्या में लोग नजर आ रहे हैं. ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए भारी तादाद में लोग नजर आये. इस अस्पताल में भी लोगों की लंबी-लंबी कतारें लगी हैं. यहां भी अन्य जगहों की तरह सोशल डिस्टेंसिंग नदारद है. जानकारी के मुताबिक जीबी पंत में सात विभाग हैं और रोजाना लगभग दो हजार मरीज OPD में रजिस्ट्रेशन करवाते हैं.
LNJP और जीबी पंत अस्पताल में ओपीडी की कतार में लगने वाले लोगों ने अस्पताल में सोशल डिस्टेंसिंग ना होने की बात कही. उन्होंने कहा कि अस्पताल में भारी भीड़ है. सोशल डिस्टेंसिंग की कोई व्यवस्था यहां नहीं है.
दिल्ली के दरियागंज में कस्तूरबा गांधी अस्पताल में भी कुछ यही हाल है. यहां भी ओपीडी का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए भीड़ जमा है जिससे यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग कहीं नजर नहीं आती.
अस्पतालों में उमड़ती भीड़ पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने जताई चिंता
दिल्ली के अस्पतालों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है जब इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से पूछा गया तो उन्होंने अस्पतालों में भीड़ बढ़ने की बात सही मानते हुए कहा कि इसे स्टेगरिंग करेंगे. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में पहले कम लोग आ रहे थे. लेकिन पिछले 15-20 दिनों से लोग आ रहे हैं. उसके लिए स्टेगरिंग करते हैं और आगे भी स्टेगरिंग करेंगे.
दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 67,418 लोगों ने अपना कोरोना टेस्ट करवाया है. इनमें से 888 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इससे पहले 24 दिसंबर, 2020 को दिल्ली में कोरोना के 1,063 मामले दर्ज हुए थे. राजधानी में रोजाना कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले मरीजों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटे में दिल्ली में सात लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई है. इस दौरान 566 मरीज ठीक भी हुए हैं. इससे पहले बीते चार फरवरी को दिल्ली में सात मरीजों की कोरोना से जान चली गई थी.