‘मुझे भी BJP का टिकट दिलाओ नहीं तो सबको बता दूंगा..’, जब बाबा रामदेव से बोले थे बाबुल सुप्रियो
बाबुल सुप्रियो योग गुरू बाबा रामदेव को अपना राजनीतिक गुरु बताते हैं। दोनों की पहली मुलाकात साल 2014 में एक फ्लाइट के दौरान हुई थी। बकौल बाबुल सुप्रियो फ्लाइट में बाबा रामदेव किसी से फोन पर बात कर रहे थे और लोकसभा चुनाव के लिए लोगों को टिकट दिलाने की बात कर रहे थे। बाबा रामदेव की बातचीत सुनकर बाबुल सुप्रियो ने मजाक में उनसे कहा- बाबा मुझे भी टिकट चाहिए। अगर आप मुझे टिकट नहीं दिलवाएंगे तो मैं मीडिया को बता दूंगा कि आप लोगों को कैसे टिकट बांटते हैं। रामदेव थोड़े चौंक गए, लेकिन उन्होंने अपने सेक्रेटरी से बाबुल का नंबर लेने को कहा। बाबुल सुप्रियो के मुताबिक कुछ दिन बाद उन्हें राकेश नाम के एक व्यक्ति का फोन आया जो खुद को आरएसएस प्रचारक बता रहा था। उन्होंने बाबुल से कहा, बाबा ने हमें आपके बारे में बताया है। आप चुनाव में कितना खर्च कर सकते हैं? लिमिट तो 70 लाख है, पर कुछ लोग उससे ज्यादा खर्च करते हैं।
बाबुल सुप्रियो ने कहा कि वह धन खर्च नहीं कर पाएंगे। वह इसलिए चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि उन्हें मोदी पसंद हैं। बाबुल के मुताबिक तीन दिन बाद उन्हें रामदेव का फोन आया। उन्होंने बताया कि उनका टिकट फाइनल हो गया है। जब बाबुल ने उनसे कहा कि वह जरूरी खर्च नहीं कर पाएंगे तो रामदेव ने हंसते हुए कहा, उसकी चिंता भाजपा कर लेगी। 7 मार्च को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने बाबुल सुप्रियो को फोन किया और पूछा कि उन्हें आसनसोल से लड़ने में कोई परेशानी तो नहीं है। सुप्रियो ने पूछा कि आसनसोल ही क्यों? जवाब मिला कि आसनसोल हिंदी बेल्ट है और आप हिंदी अच्छी बोलते हैं। सिन्हा ने कहा कि अगर मेहनत करेंगे तो हम वहां से जीत सकते हैं। इस तरह से बाबा रामदेव की वजह से बाबुल सुप्रियो को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से लोकसभा का टिकट मिला और वह पहली बार सांसद बने। 2019 में बाबुल दोबारा वहीं से सांसद चुने गए।