सांसद मौत मामले में नया मोड़: मोबाइल कॉल लॉग से खुलासा, मौत से पहले पत्नी के अलावा इस शख्स से की थी बात
नई दिल्ली जिले की नार्थ एवेन्यू थाना पुलिस शुरूआती जांच के बाद हिमाचल प्रदेश के मांडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा (63) की मौत को खुदकुशी मान रही है। इस कारण नार्थ एवेन्यू थाना पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत स्वभावित मौत(खुदकुशी) की कार्रवाई की है। दिल्ली पुलिस ने सांसद रामस्वरूप शर्मा के दोनों मोबाइल जब्त कर लिए हैं। पुलिस को बृहस्पतिवार शाम तक ये पता नहीं लगा था कि सांसद रामस्वरूप शर्मा ने क्यों खुदकुशी की है।
नई दिल्ली जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सांसद के दोनों मोबाइल की कॉल डिटेल मंगवाई जा रही है, ताकि ये पता लग सके कि सांसद ने किस-किस से बात की और उनके पास किन-किन लोगों के फोन आए। मामला सांसद के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाने का है ऐसे में नार्थ एवेन्यू थाना पुलिस ने पत्र लिखकर दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव से अनुमति मांगी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार सांसद के मोबाइल के कॉल लॉग को देखने से पता लग रहा है कि वह मोबाइल का बहुत कम इस्तेमाल करते थे। कई बार तो उन्होंने एक दिन में सिर्फ दो ही फोन किए हैं। उन्होंने आखिरी बार पत्नी चंपा शर्मा से बात की थी। उनके मोबाइल में पत्नी का नंबर होम के नाम से सेव है।
कॉल डिटेल से पुलिस ये देखना चहाती है कि उनके मोबाइल से व्हाट्सएप व मैसेज आदि डिलीट तो नहीं किए गए। वह व्हाट्सएप भी बहुत कम इस्तेमाल करते थे। दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिस ने सांसद रामस्वरूप शर्मा के विसरा को सुरक्षित रखवा दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उनके विसरा को जांच के लिए भेजा जाएगा। आरएमएल अस्पताल में तीन डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड ने उनके शव का पोस्टमार्टम किया है। मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों ने भी पोस्टमार्टम के बाद अनौपचारिक रूप से खुदकुशी की ओर इशारा किया है।
किसी नेता का कोई फोन नहीं आया
पुलिस अधिकारियों के अनुसार सांसद रामस्वरूप के दोनों मोबाइल की कॉल लॉग को देखा गया है। कॉल लोग को देखने से पता लग रहा है कि किसी नेता या ब्यूरोक्रेट ने उनको न तो फोन किया और न ही सांसद ने फोन किया। सांसद के पास एक फोन मांडी से आया था। ये किसी कार्यकर्ता ने किया है और मंदिर निर्माण को लेकर बात की थी।