इश्क़ वो होता है जो रूहानी होता है, इश्क़ की परिभाषा बताती है , ” काशियाना ” ज़रूर पढें
जेनी और नारायण..इस कहानी के दो ऐसे पात्र जिनमें जाने अनजाने प्यार करने वाला हर जवां दिल अपनी एक झलक जरूर पाता है।जेनी जर्मनी की रहने वाली है जबकि नारायण बिहार के एक सुदूर गांव का।जेनी ध्यान, योग, विपश्यना और अध्यात्म में गहरी रुचि रखती है, इस कारण भारत भूमि उसे बहुत आकर्षित करती है। उसे बनारस दिव्य लगता है ।वह यहां की संस्कृति, रहन- सहन और जीवनशैली की मुरीद है।जबकि नारायण बी एच यू में पढ़ने वाला प्रगतिशील विचारों का युवा है जिसे धर्म और ईश्वर में कोई विशेष आस्था नहीं होती।दोनों एकदम विपरीत सोच ,धर्म ,नस्ल और संस्कृति के हैं बावजूद इसके दोनों में एक बात कॉमन होती है ; दोनों प्यार के मामले में एक जैसे हाल में रहते हैं – चोटिल, मर्माहत और भग्न हृदय ।पहली मुलाकात के बाद नारायण जेनी के प्रेम में पड़ जाता है ,वह भावनात्मक रूप से एक बार जेनी से जुड़ने के बाद कभी मुक्त नहीं हो पाता ।जेनी के लिए शुरू शुरू में यह सबकुछ बहुत साधारण सा लगता है लेकिन बाद में ये सब उल्टा पड़ जाता है ।आपकी संवेदनाओं को झकझोरने और आपके मर्म पर प्रहार करने वाली एक ऐसी भावुकतापूर्ण प्रेम कहानी जिसमे बनारस ,बी एच यू ,प्रेम और वेदना अपने गाढ़े रंग में नजर आते हैं।
लाखों भटकती रूहों को सुकून देने वाले बहुचर्चित उपन्यास ‘काशी टेल’ और ‘आपका रसिया’के लेखक,नई पीढ़ी के रोमांटिक और सामाजिक उपन्यासकारों में बेहद लोकप्रिय, असंख्य युवाओं की धकड़न और दिलों की आवाज , सामाजिक पहलुओं में प्रेम,सौंदर्य,और प्रकृति के कुशल चितेरे , युवा उपन्यासकार ओम प्रकाश राय ‘यायावर ‘ की कलम से निकला एक और मानीखेज उपन्यास – ‘काशीयाना’।
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