गाजियाबाद: गार्ड ने बाहर से लगाई कुंडी, कमरे में सो रहे नौ लोगों पर खिड़की से दागीं दनादन गोलियां, देखें तस्वीरें
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में कविनगर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित फैक्टरी में तैनात फर्रूखाबाद निवासी गार्ड ज्ञानेंद्र सिंह ने मंगलवार सुबह तीन बजे परिसर में ही कमरे में सो रहे कर्मचारियों पर अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोलियां बरसा दीं। गोली लगने से बिहार निवासी कर्मचारी राजू यादव की मौत हो गई, जबकि बलिया निवासी दो कर्मचारी उमेश यादव व विजय यादव घायल हो गए। रात नौ बजे आरोपी ने फायरिंग कर हत्या करने की धमकी दी थी। घायलों को जिला एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया। मृतक के रिश्तेदार व सहकर्मी राजू की तहरीर पर कविनगर पुलिस ने हत्या व हत्या की कोशिश की धाराओं में केस दर्ज कर आरोपी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया है।
जिला सिवान, बिहार के गांव कचनार निवासी राजू के मुताबिक वह और जिला सिवान के ही गांव पटखवलि निवासी उनके रिश्तेदार राजू यादव कविनगर इंडस्ट्रियल एरिया के डी-25 स्थित मल्टीटेक कंपनी में नौकरी करते थे। दिन में ड्यूटी करने के बाद उन दोनों समेत नौ लोग फैक्टरी के गेट के पास स्थित गार्ड रूम के पास कमरे में सो रहे थे। मंगलवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे थाना अमृतपुर, फर्रूखाबाद के गांव पिथनापुर निवासी फैक्टरी के गार्ड ज्ञानेंद्र ने खिड़की से अपनी लाइसेंसी बंदूक से कमरे में सो रहे कर्मचारियों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।
ताबड़तोड़ फायरिंग होती देख कमरे में सो रहे कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। गोली लगने से उनके रिश्तेदार राजू यादव के अलावा बलिया के गांव व्यासी निवासी विजय यादव और गांव हसनपुरा निवासी उमेश घायल हो गए। दूसरे कमरे में सो रहे कर्मचारियों ने यूपी-112 पर सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने आरोपी गार्ड ज्ञानेंद्र को हिरासत में लेकर घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया। लेकिन रास्ते में ही राजू यादव की मौत हो गई।
रात में आरोपी का दूसरे गार्ड से हुआ था विवाद
घायल कर्मचारी उमेश व विजय ने बताया कि ज्ञानेंद्र का सोमवार रात करीब नौ बजे फैक्टरी के ही दूसरे गार्ड सतीश से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। रात करीब साढ़े 9 बजे ज्ञानेंद्र ने हवाई फायरिंग कर सतीश को जान से मारने की धमकी दी थी। उमेश ने बताया कि विवाद के बाद सतीश दूसरे कमरे में जाकर सो गया था, लेकिन ज्ञानेंद्र को शक था कि उन्होंने सतीश को अपने कमरे में छिपा रखा है। इसी बात से तैश में आकर उसने कमरे में सो रहे सभी कर्मचारियों पर गोलियां बरसा दीं।
बाहर से कुंडी लगाई, खिड़की से गोलियां दागीं
साथी गार्ड से विवाद के बाद ज्ञानेंद्र के सिर पर खून सवार हो गया था। उसने बदला लेने के लिए वह वक्त चुना जब सब गहरी नींद में सोए हुए थे। कोई बच न सके, इसके लिए उसने पहले बाहर से कमरे की कुंडी लगाई और फिर खिड़की से गोलियां दागनी शुरू कर दीं। बाहर निकलने का कोई रास्ता न होने के कारण सभी 9 कर्मचारी जान बचाने के लिए इधर- उधर दौड़ रहे थे। गोली की आवाज बंद होने के बाद फैक्टरी में मौजूद अन्य कर्मचारियों ने कुंडी खोली, जिसके बाद कमरे में बंद कर्मचारियों ने भागकर जान बचाई। लेकिन तब तक तीन को गोली लग चुकी थी।
घटना के बाद फैक्टरी से भागा नहीं आरोपी
कर्मचारियों के मुताबिक ज्ञानेंद्र ने साथी गार्ड सतीश की हत्या की घोषणा की थी, लेकिन ज्ञानेंद्र केगुस्से का शिकार राजू यादव हो गया। ज्ञानेंद्र ने होश में घटना को अंजाम दिया और खून-खराबे के बाद फैक्टरी में ही मौजूद रहा। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर बंदूक कब्जे में ले ली। घटना के बाद पुलिस ने फैक्टरी को फिलहाल बंद कराते हुए वहां लोगों की एंट्री बैन कर दी है।
एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने कहा कि गार्ड ज्ञानेंद्र ने कमरे में सो रहे कर्मचारियों पर गोली चलाई थी, जिसमें राजू यादव की मौत हो गई। दो अन्य कर्मचारियों को भी गोली लगी है, जिनका एमएमजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। आरोपी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया गया है।