महिला दिवस पर शारदा विश्वविद्यालय में कार्यक्रमों की धूम
शारदा विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रमों की धूम रही। मुख्य अतिथि के रूप में आईं अडिश्नल सीपी श्रीपर्णा गांगुली ने कहा कि जब तक समाज और परिवेश महिलाओं के सशक्तीकरण को आगे नहीं लाया जाएगा तब तक उनमें सुरक्षा और आत्मनिर्भरता का भाव नहीं आएगा। इस मौके पर विवि के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता ने कहा कि हमें खुशी है कि हमारे कैंपस में कुल स्टूडेंट में 44 फीसदी गल्र्स हैं जबकि स्टाफ में करीब 40 फीसदी महिलाएं अपना योगदान दे रही हैं। हमलोग दिवस विशेष पर ही नहीं सभी दिन महिलाओं के सशक्तीकरण पर जोर देते हैं। इसी का परिणाम है कि हमारे कैंपस में ज्यादातर एचओडी और विभागों की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथों में हैं।
एक्टिविटी सेंटर के आनंद स्वरूप आॅडिटोरियम में एचआर विभाग और शारदा मेडिकल काॅलेज की ओर से आयोजित कार्यक्रम में 400 से ज्यादा छात्राओं और फैकल्टी व स्टाफ ने भाग लिया। एसएमएसआर के छात्रों ने लघु नाटिका से दिखाया कि कैसे नारियों के जीवन में परिवर्तन आ रहे हैं। इसके बाद बीटेक के स्टूडेंट अलताफ सिदृदकी ने डांस कर महिलाओं की दिशा और दशा का जीवंत चित्रण किया। इसके बाद बतौर चीफ गेस्ट वरिष्ठ आईपीएए अधिकारी और अडिश्नल सीपी श्रीपर्णा गांगुली ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि केवल एक दिन नारियों को सम्मान भर देने से कुछ नहीं होगा। उनके अधिकार और सुरक्षा के लिए जरूरी है कि साल के 365 दिन उनका साथ दें। उन्हें कभी कमजोर या बेबस न होने दें साथ ही पग पग उनका हौसला बढाएं। इससे आप देखेंगे कि न केवल परिवार में बल्कि समाज में गुणात्मक परिवर्तन आ रहा है। हमारा देश महिलाओं को आगे बढने देने के अवसर देने में काफी आगे है। हमारे यहां शुरू से ही महिलाओं को वोटिंग के अधिकार हैं जबकि कुछ देशों में इसे हाल फिलहाल ही शुरू किया गया है। नारियों को मजबूत बनाने के लिए सरकार ने मिशन नारी शक्ति अभियान की शुरूआत की। इसका दूसरा चरण चैत्र नवरात्र तक चलेगा। नारी स्वाबलंबन और मजबूती का प्रतीक है नवरात्र। हमारे देश और संस्कति में शुरू से ही महिलाओं को अग्रिम पंक्ति में रखा गया है। इसके बाद शारदा विवि के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता ने कहा कि हमलोग हमेशा इस बात का प्रयास करते हैं कि महिलाओं का सम्मान बना रहे। इस विवि का नाम ही मेरी माता के नाम पर है। इसका सहज अर्थ है कि हमारे मन में महिलाओं के लिए क्या आदर और भाव है। खुशी की बात है कि हमारे सभी काॅलेजों में कुल संख्या का 44 फीसदी छात्राएं हैं। कर्मचारियों का आंकडा देते हुए उन्होंने बताया कि यहां 40 प्रतिशत से ज्यादा महिला कर्मचारी हैं। हमलोग केवल एक दिन के एम्पावरमेंट में नहीं बल्कि हमेशा की मजबूती देने में भरोसा रखते हैं। हमारे मेडिकल काॅलेज की डीन महिला हैं। एचआर विभाग की प्रमुख महिला हैं, इतना ही नहीं कई काॅलेजों की डीन भी महिलाएं हैं। इस मौके पर मेडिकल कोॅलेज की डीन डाॅ मनीषा जिंदल, एचआर प्रमुख नीलम मल्होत्रा गिल के अलावा प्रो विजय गुप्ता, प्रो सुबीर रंजन दास, प्रो अनुभा वशिष्ठ और प्रो शांति नारायणन ने भी अपने विचार रखे। इसके अलावा स्कूल आॅफ लाॅ, स्कूल आॅफ डिजायन और प्लानिंग, स्कूल आॅफ मीडिया, फिल्म एंड टेलीविजन की ओर से भी कार्यक्रम आयोजित किए गए।