एसटीएफ के हत्थे चढ़ा जेवर कण्ड का वांटेड बावरिया, बहुत लम्बा है आपराधिक इतिहास
ग्रेटर नोएडा : एसटीफ नोएडा ने बीती रात ज़ेवर कांड में शामिल कुख्यात अपराधी और 12,000 के इनामिया अनिल बावरिया पुत्र मेघ सिंह निवासी भरतपुर, राजस्थान को थाना पिलुखवा हापुड़ क्षेत्र से गिरफ़्तार किया है। एसटीएफ ने इसके पास से इनोवा कार , 1 तमंचा 312 बोर और कारतूस बरामद किया है। इस पर डकैती, डकैती के साथ हत्या और ऐक्सल फेंक कर हाइवे पर लूट जैसे कई संगीन मुक़दमे उत्तरप्रदेश , राजस्थान और मध्यप्रदेश में दर्ज है।
कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं में इसकी दो घटना वर्ष 2000 की है जिसमें 10-15 लोगों के साथ इसने जिगर कालोनी मुरादाबाद में एक डॉक्टर और सर्राफ़ के घर में करोड़ों की डकैती डाली और डॉक्टर को गोली मारकर घायल कर दिया था । इस घटना का अनावरण अब तक नहीं हो पाया था।
वर्ष 2003 में इसने थाना मझोला मुरादाबाद क्षेत्र में हाइवे पर दिल्ली से मुरादाबाद की तरफ़ जा रही सीयलो कार को ऐक्सल मारकर रुकवा लिया। उस कार में 2 व्यापारी और उनके घर की 3 महिलाएं सवार थी। दोनो व्यक्तियों की गोली मारकर हत्या कर दी और उनके पास से करोड़ों के हीरे जवाहरात और गहने लूट लिए थे।
वर्ष 2004 में थाना मोगर्रा,मथुरा क्षेत्र में हाइवे पर बबूल का पेड़ काटकर डाल कर रोड होल्डउप की एक बड़ी घटना को अंजाम दिया जिसमें अनिल ने अपने गैंग के साथ मिलकर 5 गाड़ियों ( 2 बस , 1 ट्रक और 3 कार) में लूट पाट की और 2 व्यक्तियों को गोली मार दी जिसमें से एक की मौत हो गई।
पुलिस का दबाव बढ़ने पर अनिल बावरिया राजस्थान भाग गया। वहां उसने भरतपुर , पुष्कर और अलवर में कई घटनाओं को अंजाम दिया।
वर्ष 2017 में थाना ज़ेवर क्षेत्र में संगीन घटना को अंजाम दिया जिसमें सिकंदरबाद रोड पर कार का टायर पंक्चर कर रोक लिया और उसमें बैठी महिलाओं के साथ अभद्रता की और एक आदमी की गोली मारकर हत्या करके लूटपाट कर ली।