मरने से पहले पति को किया था मैसेज, लिखा- अब नहीं देख पाओगे मेरी और बच्चों की शक्ल
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बुधवार देर रात एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। यहां एक महिला मंगलसूत्र न खरीदे को लेकर अपने परिजनों से नाराज हो गई और अपने तीन बेटों के साथ जहर पी लिया। मां और एक दिव्यांग बेटे की मौत हो गई। जबकि दो बेटों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि महिला ने मरने से पहले अपने पित और रिश्तेदारों को मैसेज किया था।
ये है पूरा मामला…
यहां रमाशंकर निषाद के पुत्र आनंद की पत्नी रंगीता (32) बुधवार की शाम भोजन के बाद बच्चों के साथ कमरे में सोने चली गई। बताया जा रहा है कि करीब पौने बारह बजे घर में चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग भी जमा हो गए। रंगीता, उसके पुत्र जयराम (10), शिवराज (6) और रामराज (4) के मुंह से झाग निकल रहा था। शिवराज बता रहा था कि मां ने तीखी चीज पिला दी थी। हालत नाजुक देख परिवारीजन चारों को सीएचसी ले गए।
चिकित्सक ने रंगीता देवी को मृत घोषित कर दिया और तीनों बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान शिवराज की भी मौत हो गई। मां और बेटे की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। घटना से गांव के लोग हतप्रभ थे। बरहज थाने के इंस्पेक्टर जयंत कुमार सिंह ने बताया कि मां-बेटे की मौत हो गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पति और रिश्तेदारों के मोबाइल फोन पर किया था मैसेज
बताया जा रहा है कि रंगीता ने आत्मघाती कदम उठाने से पहले बंगलुरु में काम करने वाले पति आनंद के मोबाइल फोन पर व्हाट्सएप किया और कुछ रिश्तेदारों को मैसेज कर अपनी जीवन की लीला समाप्त करने के फैसले के बारे में बता दिया था। उसने पति को मैसेज किया था कि अब आज के बाद वह मेरा और तीनों बच्चों की शक्ल नहीं दे पाएंगे।
रंगीता के इस कदम से लोग सोचने को मजबूर हैं कि मंगलसूत्र की तकरार से मासूमों को कुछ लेना देना नहीं था, लेकिन मां के फैसले के सामने मासूम बच्चों को क्या पता था कि जो मां उन्हें अपने से एक पल के लिए दूर नहीं कर सकती थी, वहां हमेशा के लिए दूर कर देगी। पति को जब इस घटना की जानकारी हुई तो मोबाइल पर ही रो पड़ा। वह बोल पड़ा, अरे रंगीता! तूने तो खुद की बगियां को उजाड़ दिया। इस वाकये को सोच गांव के हर व्यक्ति की आंखें नम हो जा रही थीं।