आम आदमी की रेल यात्रा का तरीका बदल देगा ये प्रोजेक्ट… पढ़िए पूरी रिपोर्ट
भारतीय रेलवे इस समय एक ऐसी योजना पर काम कर रहा है जिसके बारे में उसका दावा है कि यह आम आदमी के यात्रा करने के तरीके को बदल देगी। एक इकनॉमी एसी 3-टियर कोच तैयार करने के बाद अब भारतीय रेलवे अनारक्षित द्वितीय श्रेणी के कोच को वातानुकूलित करने की तैयारी में है। जानकारी के अनुसार इस साल के अंत तक एक नए वातानुकूलित (एसी) जनरल द्वितीय श्रेणी के कोच का प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा।
इसके साथ ही रेल यात्रा को और आरामदायक बनाने के लिए कोच में कुछ और परिवर्तन करने की भी योजना है। नए एसी सामान्य श्रेणी के कोच का निर्माण कपूरथला में रेल कोच फैक्टरी (आरसीएफ) में होगा। आरसीएफ के महाप्रबंधक रविंदर गुप्ता ने कहा कि यह प्रोजेक्ट आम आदमी के लिए भारत में रेल यात्रा का चेहरा बदल देगी। सामान्य द्वितीय श्रेणी के वातानुकूलित कोच में यात्रा इतनी आरामदायक कभी नहीं हुई होगी।
नए कोच के लेआउट को दिया जा रहा है अंतिम रूप
नए एसी सामान्य द्वितीय श्रेणी कोच के लिए लेआउट को अंतिम रूप दिया जा रहा है और आरसीएफ को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक इसका एक प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा। वर्तमान में सामान्य द्वितीय श्रेणी के कोच में 100 लोगों के बैठने की क्षमता है। वहीं, इनके निर्माण में करीब 2.24 करोड़ रुपये की लागत आती है। जानकारी के अनुसार नए एसी सामान्य द्वितीय श्रेणी के कोच में और अधिक यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी।
कोच में यात्रियों के लिए होंगी पहले से बेहतर सुविधाएं
वहीं, यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। इन कोच को लंबी दूरी वाली उन मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों में इस्तेमाल किया जाएगा, जो 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं। गैर वातानुकूलित कोच 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक पर नहीं चल सकते। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय रेलवे यात्रियों को सुविधाएं देने के लिए और रेल सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।