भू माफिया ने आर्मी की फायरिंग रेंज के बाद वन विभाग की 500 बीघा जमीन बेच दी, हरियाली की ख़त्म
गौतम बुद्ध नगर. भूमाफियाओं (Land Mafia) के हौंसले इस कदर बुलंद हैं कि कभी आर्मी (Army) की फायरिंग रेंज की ज़मीन बेच रहे हैं तो कभी वन विभाग (Forest Department) की ज़मीन. भूमाफिया के निशाने पर सबसे ज़्यादा गौतम बुद्ध नगर (Gautam budh nagar) की ज़मीन है. नया मामला भी इसी ज़िले का है. एक बार फिर वन विभाग की करीब 500 बीघा ज़मीन को बेचने का आरोप लगा है. इतना ही नहीं ज़मीन पर प्लॉटिंग (Plot) करने के लिए हरे पेड़ भी काट दिए गए हैं.
वन विभाग की ओर से गौतमबुद्ध नगर के ईकोटेक-3 थाने में दी गई शिकायत के मुताबिक भूमाफिया ने गांव खेड़ा चौगानपुर में 500 बीघा ज़मीन को अवैध रूप से प्लॉट काटकर बेच दिया है. इस मामले में वन विभाग की ओर से पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. वन विभाग की एक जांच के दौरान भूमाफिया के इस खेल का खुलासा हुआ है.
पुलिस 5 भूमाफिया के खिलाफ कर रही है कार्रवाई
ईकोटेक-3 थाना में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. इस मामले में पुलिस के निशाने पर नसीम आलम, सद्दाम, ओसाया मोहम्मद अली व शकूर हैं. इन पर आरोप है कि प्लॉट बेचने के लिए इन्होंने वन विभाग की ज़मीन पर लगे हरे पेड़ भी काट दिए. इसके बाद एक-एक कर प्लॉट बेच दिए. पुलिस का कहना है कि जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
भूमाफिया ने बेच दी थी फायरिंग रेंज की 161 एकड़ ज़मीन
फील्ड फायरिंग और बाम्बिंग के लिए तिलपत रेंज सेना की कई बड़ी रेंज में से एक है. यह रेंज दादरी, गौतमबुद्ध नगर में आती है. लेकिन भूमाफियाओं की नज़र इस फायरिंग रेंज पर भी पड़ गई. माफियाओं ने रेंज की 161 एकड़ ज़मीन पर अवैध कब्जा कर लिया. इतना ही नहीं वहां फार्म हाउस बनाकर बेच दिए गए. यह रेंज 482 एकड़ में बनी हुई है. 161 एकड़ ज़मीन की कीमत 400 करोड़ रुपये बताई गई थी. लेकिन बीते 70 साल से भूमाफिया इस ज़मीन का इस्तेमाल कर रहे थे.