वर्ष 2019 में आयोजित होने वाले “PRINTPACK INDIA” के 14वें संस्करण का उद्घाटन
ग्रेटर नोएडा : “भारतीय ग्राफिक कला उद्योग ने PRINTPACK INDIAके 13वें संस्करण की समाप्ति के बाद व्यापार में सुनिश्चित रूप से 290 मिलियन (29 करोड़) अमरीकी डॉलर से अधिक की गति प्राप्त की है और PRINTPACK INDIA 2017 में 510 मिलियन (51 करोड़) अमरीकी डॉलर की व्यापारिक पूछताछ हासिल की है, संपूर्ण उद्योग त्वरण मोड में बदला हुआ प्रतीत हो रहा है और जर्मनी में होने वाले ड्रुपा जैसे एक्सपो के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार है। इस उद्योग में बढ़ोत्तरी की काफी संभावना है, क्योंकि निर्यात और आयात के आंकड़ों में काफी बड़ा अंतर है। हमारा ध्यान निर्माता कंपनियों को आदर्श प्लेटफॉर्म प्रदान करने पर केन्द्रित है, ताकि वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें”श्री एस. दयाकर रेड्डी, अध्यक्ष, IPAMA ने “PRINTPACK INDIA” के 14वें संस्करण के उद्घाटन के दौरान कहा।”
IPAMA – भारत की प्रिंटिंग, पैकेजिंग और एलाइड मशीनरी की निर्माता कंपनियों का शीर्ष निकाय है। संस्था पूरी तरह से एक पक्षीय कार्यक्रम के लिए समर्पित है: भारतीय ग्राफिक कला उद्योग का प्रचार।समूह के अधिकांश घटक इसके सदस्य के रूप में नामांकित हैं। नवीनतम बाजार परिदृश्य, प्रौद्योगिकी और उपकरणों पर जानकारी के प्रसार के लिए एक विश्वसनीय डेटा बैंक और केंद्र के रूप में कार्य करने के अलावा, यह संस्था इस उद्योग से जुड़ी कंपनियों को एक मंच प्रदान करती है। समय-समय पर जीवंत ब्रांड इंडिया छवि पेश करने के लिए, यह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियाँ आयोजित करता है।
IPAMA, PRINTPACK INDIA का आयोजन करता है, यह दो वर्षमेंएकबारआयोजितहोने वाला कार्यक्रम है, जो ज्यादातर फरवरी के महीने में होता है। PPI के प्रदर्शकों को यह बात बहुत अच्छी तरह से पता है कि संभावित ग्राहकों द्वारा उनके उत्पादों की जाँच और मूल्यांकन किया जाएगा। PPI में आने वाले अहम आगंतुक अपने दिमाग में महत्वपूर्ण समस्याओं और सटीक उम्मीदों के साथ आते हैं। इसी कारण से PPI ने खुद को नई प्रौद्योगिकियों और सेवाओं के लिए लॉन्चिंग पैड के रूप में स्थापित किया है।
दो वर्ष में एक बार होने वाली प्रमुख प्रदर्शनी PRINTPACK INDIA 2019 का 14वां संस्करण 1 – 6 फरवरी 2019 को इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा, एनसीआर दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। यह एक आलिशान वेन्यू है और यहाँ पर विश्वस्तरीय अवसंरचना और अत्याधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यह केंद्रीय रूप से वातानुकूलित है। निर्बाध विद्युत आपूर्ति मौजूद है। केंद्रीकृत वाई-फाई/पीए सिस्टम उपलब्ध है। भव्य डाइनिंग एरिया, लाउन्ज और पार्किंग स्थल उपलब्ध है। 8 लेन एक्सप्रेसवे और मेट्रो के माध्यम से एनसीआर दिल्ली के लिए बढ़िया रोड कनेक्टिविटी है।
IPAMA के महासचिव श्री नवीन गुप्ता ने आगे कहा, “सही मार्ग पर अग्रसर होते हुए, IPAMA, भारतीय ग्राफिक कला उद्योग को वैश्विक मानचित्र पर लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है और PRINTPACK INDIA की तुलना में पूरे विश्व भर में इसके लिए कोई भी बेहतर मंच नहीं है।” “मुझे इस बात को लेकर प्रसन्नता हो रही है कि इस लक्ष्य के अनुसरण में, PRINTPACK INDIA के 13वें संस्करण ने हाल ही में इस उद्योग में कई नए उदाहरण प्रस्तुत किए हैं, जिसमें 430 से अधिक कंपनियों को एक ही छत के नीचे लाने और 86,000 व्यापारिक खरीदारों के रिकॉर्ड शामिल हैं”
श्री नवीन गुप्ता ने कहा, “13वां PRINTPACK INDIA, 2017, भारी घरेलू भागीदारी के अतिरिक्त चीन, दुबई, हॉगकॉग, इटली, रियाद, शारजाह, दक्षिण कोरिया, ताइवान, ब्रिटेन, अमेरिका, इंडोनेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड आदि कई देशों के साथ दुनिया भर में भागीदारी करते हुए ग्राफिक कला उद्योग की एक लघु विश्व प्रदर्शनी बन गया
प्रिंटिंग और पैकेजिंग उद्योग का आकार : प्रिंटिंग और पैकेजिंग मशीनरी उद्योग का बाजार लगभग 23,931 करोड़ रूपए (2015-16 के आंकड़े के अनुसार) है। 2015-16 का कुल कारोबार 16,916/- रूपए था। हालाँकि, निर्यात और आयात में एक बड़ा अंतर है, लगभग 1:5 का। घरेलू उत्पादन दर में वृद्धि की तुलना में आयात की दर बहुत अधिक तेज़ी से बढ़ रही है। लेकिन, अगर हम संपूर्ण प्रिंटिंग उद्योग और इसमें उपयोग किए जाने वाली वस्तुओं को सम्मिलित करते हैं, तो यह अनुमान लगभग 1,90,000 करोड़ रूपए हो जाता है। भारत, 12.2 बिलियन (12.2 अरब) अमरीकी डॉलर के राजस्व के साथ विश्व का 5वां सबसे बड़ा प्रिंट पैकेजिंग बाज़ार है (Economist Intelligence Unit (EIU) के अध्ययन के अनुसार)। वर्ष 2020 तक, प्रिंट पैकेजिंग राजस्व में 19.1 बिलियन (19.1 अरब)अमरीकी डॉलर के साथ जापान के बाद, 18.6 बिलियन (18.6 अरब) अमरीकी डॉलर के राजस्व के साथ चौथा सबसे बड़ा बाजार होगा।