कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर केंद्र ने राज्यों को दी जांच बढ़ाने की हिदायत, सम्भल के रहने की ज़रूरत
देश के छह राज्यों में एक बार फिर कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से जांच का दायरा बढ़ाने का निर्देश दिया है। केंद्र की ओर से राज्यों को दूसरी बार पत्र लिखकर तत्काल प्रभाव से आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाने को कहा गया है।
साथ ही रैपिड एंटीजन जांच निगेटिव आने पर आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करने को कहा गया है। राज्यों को सख्त हिदायत दी गई है कि इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। साथ ही संक्रमण फैलने से रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन में लापरवाही नहीं बरतने को कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया, बीते 24 घंटे में महाराष्ट्र में 6281, केरल में 4650, मध्य प्रदेश में 257, पंजाब में 352, जम्मू-कश्मीर में 68 और छत्तीसगढ़ में 263 सक्रिय मरीज बढ़े हैं।
महाराष्ट्र और केरल में देश के 74 फीसदी मरीज हैं। केरल के अलपुझा जिले में सबसे ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है क्योंकि यहां एक सप्ताह में संक्रमण दर 10.7 फीसदी पहुंच गई है। इसी तरह महाराष्ट्र के अकोला में संक्रमण दर 55 फीसदी दर्ज की गई है, जो देश में सबसे ज्यादा है।
पंजाब के एसबीएस नगर में एक सप्ताह के दौरान कोरोना के मामले 165 से बढ़कर 364 हो गए हैं। महाराष्ट्र में साप्ताहिक संक्रमण दर 8.10 फीसदी और केरल में 7.90 फीसदी है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह दर 1.79 फीसदी है।
वायरस के नए स्ट्रेन का भी खतरा
मंत्रालय का कहना है कि जिस तरह कुछ राज्यों में मामले बढ़े हैं, वहां प्रभावित जिलों में जीनोम सिक्वेंसिंग बढ़ाने की आवश्यकता है। इन जिलों में वायरस के नए स्ट्रेन हो सकते हैं। हाल ही में भारत में दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन सहित तीन तरह के स्ट्रेन मिलने की पुष्टि हुई थी।
केंद्र ने राज्यों से इन बातों पर तत्काल अमल को कहा
आरटी-पीसीआर जांच को बढ़ाया जाए ताकि जांच संख्या में सुधार हो।
चयनित जिलों में सख्त और व्यापक निगरानी के साथ कड़े नियंत्रण पर ध्यान दें।
जीनोम सिक्वेंसिंग के बाद परीक्षण के माध्यम से क्लस्टर मामलों की निगरानी।
ज्यादा मृत्यु की सूचना देने वाले जिलों में नैदानिक प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करें।
अमरावती में एक सप्ताह का लॉकडाउन
महाराष्ट्र के अमरावती जिले में सोमवार से एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। मंत्री यशोमति ठाकुर ने रविवार को बताया, संक्रमण बढ़ने के चलते 22 फरवरी से एक मार्च सुबह 8 बजे तक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया गया है। इसके अलावा अमरावती डिवीजन के अकोला, वाशिम, बुलढाणा और यवतमाल में भी कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं।
सप्ताह में चार या इससे अधिक दिन चलाना होगा टीकाकरण अभियान
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र ने राज्यों को कोरोना टीकाकरण अभियान में तेजी लाने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सप्ताह में चार दिन या इससे अधिक दिन तक अभियान चलाना होगा तभी दूसरे चरण में 50 से अधिक उम्र वालों को जल्द से जल्द टीका लगना शुरू हो सकेगा। 21 फरवरी तक कुल 1,10,85,173 लोगों को टीका लग चुका है। पहला चरण में तीन करोड़ लोगों को टीका लगना है।
पुणे में नाइट कर्फ्यू, स्कूल-कॉलेज 28 तक बंद
पुणे में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद सभी स्कूल व कॉलेजों को 28 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। वहीं रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर लोगों के बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।
पुणे के डिवीजनल कमिश्नर सौरभ राव ने बताया कि निजी कोचिंग इंस्टीट्यूट भी 28 फरवरी तक बंद रहेंगे। हालांकि लाइब्रेरी 50 फीसदी क्षमता के साथ खुलेंगी क्योंकि प्रतियोगी परीक्षा नजदीक हैं। शनिवार को पुणे में 998 नए मामले मिले थे, जबकि नौ लोगों की मौत हुई थी।