जीएल बजाज में कवि सम्मेलन के रूप में भौतिक मोड में “मातृभाषा दिवस” मनाया गया
ग्रेटर नोएडा: जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च ने शनिवार को कवि सम्मेलन के रूप में भौतिक मोड में “मातृभाषा दिवस” मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत देवी मां सरस्वती की वंदना और दीप प्रज्ज्वलन से हुई।
मां शारदे की वंदना कवियत्री
श्री संतोष आनंदजी की भौतिक उपस्थिति के अलावा, इस कार्यक्रम में श्री महेंद्र अजनबी शिवांगी शिकारवार जी ने की।और श्री दिनेश रघुवंशी (कवि), श्री दीपक सैनी (स्टैंडअप कॉमेडियन), और सुश्री शिवांगी (कवयित्री) जैसे प्रसिद्ध मेहमान शामिल हुए।
मातृ भाषा ने “राष्ट्रीय एकता” को प्रोत्साहित करने और हमारी मातृभाषा को बढ़ावा देने और छात्रों के बीच भाषाई और सांस्कृतिक परंपराओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित किया। यह मातृभाषा दिवस समारोह महान भारतीय गीतकार श्री संतोष आनंदजी को समर्पित है, जो इस समारोह में शारीरिक रूप से उपस्थित थे।
उनके ऐतिहासिक गीत एक प्यार का नगमा और अनेकों गीत जो देश में ही नहीं अपितु अंतर राष्ट्रीय स्तर पर भी जन जन याद है जीएल बजाज के दर्शकों ने संतोष आनंद जी के साथ गुनगुना कर अत्यंत आनंद की अनुभूति का अनुभव किया ।महेंद्र अजनबी जी : हम सब न जाने किन खयालों में झूले हुए हैं, हम सब कुछ ना कुछ भूले हुए हैं!! ने श्रोताओं को हास्य रचनाओं से खूब गुदगुदाया।देश की श्रंगार रस की कवियत्री शिवांगी सिकरवार जी ने दर्द दिल का मेरी कलम में सजा है यूं,
गीत कुछ पूरे कुछ अधूरे लिखा करती हूं।।
से समां बांध दिया।