ग्रेनो साहित्य मे आज की कविता है ” बाकी है”

ग्रेनो साहित्य मे आज की कविता है ” बाकी है”
इस कविता के रचनाकार है “शेषकान्त दुबे”
शेषकान्त काशी हिन्दू विश्विद्यालय मे पत्रकारिता के छात्र रह चुके है.

शेषकान्त दुबे
                                                                                             

बाकी है

डूबे हुए इरादों में अभी जान आनी बाकी है
अभी-अभी तो गिरे है उड़ान अभी बाकी है
सफ़र करेगे; कभी हारे तो कभी जीतेगे
कुछ मुझे दोस्त कहेगे तो कुछ दुश्मन समझेगे !
अभी तो रिश्तो में कुछ और पहचान बाकी है
डूबे हुए इरादों में अभी जान आनी बाकी है

यह भी देखे:-

जाको राखे साइयां, मार सके ना कोई , पढ़ें पूरी खबर
चीन पर एक और वार, लोकप्रिय ऑनलाइन गेम पब्जी समेत 118 चीनी ऐप्स बैन
दिल्ली-एनसीआर: अप्रैल की शुरुआत में ही गर्मी ने दिखाए तेवर, 40 डिग्री के पार पहुंचा पारा
अनिल दुजाना को कोर्ट ने सुनाई सजा, देखिए गैंगलीडर अनिल दुजाना का संक्षिप्त विवरण
रेप के आरोपी को कोर्ट ने सुनाई ये कठोर सजा
फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज वर्ग में सर्वश्रेष्ठ डिजाइन ऐंड डिस्प्ले स्टैंड के लिए प्रतिष्ठित अजय शंकर ...
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष श्री बृजभूषण शरण सिंह से मिला , नोवरा नॉएडा के ग्रामीण क्षेत्र के युवाओ...
राजस्थान: 'आरएसएस में चले जाओ' राहुल गांधी के पक्ष में आए सीएम गहलोत, कही यह बात
पेपर, पल्प व इससे जुड़े सेक्टर्स से जुड़े दुनिया के सबसे बड़े एक्सपो - पेपरेक्स के  15वें संस्करण का...
दिल्ली सरकार ने बाढ़ की चेतावनी जारी की
पागल कुत्ते का आतंक, 20 मिनट में 25 लोगों को काटा कर घायल किया
कृषि कानून के विरोध में बीकेयू ने बन्द किया ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे, वाहनों की लगी लंबी कतार
देशभक्त मंगल पांडे को नमन करते हुए राकेश टिकैत ने बदली तस्वीर
लखीमपुर खीरी कांड: आज देशभर के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगा संयुक्त किसान मोर्चा
आज का पंचांग, 20 जून 2020, आज लगेगा सूतक, जानिए समय
‘‘सांसद कोविड हेल्पलाईन’’ पर समस्या का किया जा रहा है समाधान