UP मे आनंद लीजिये मेट्रो के बाद अब पॉड टैक्सी का, खूबियां जानने के बाद आप भी कहेंगे वाह!
नोएडा/ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण यानी यीडा सिटी में फिल्म सिटी से नोएडा एयरपोर्ट के बीच पॉड टैक्सी मैटरिनो चलाई जा सकती हैं। यमुना प्राधिकरण जल्द ही इसकी व्यावहारिकता रिपोर्ट दिल्ली-मुंबई रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) से तैयार कराएगा। इससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मेट्रो कनेक्टिविटी दी जाएगी। बता दें कि जेवर में बनने जा रहे एयरपोर्ट को दिल्ली-एनसीआर के तकरीबन सभी दर्जनभर शहरों से जोड़ने की योजना है। खासकर दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद से। इससे लाखों लोगों को सफर आसान होगा।
★ प्राधिकरण जल्द DMRC से रिपोर्ट बनवाएगा:–
पॉड टैक्सी यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण जल्द ही इसकी व्यावहारिकता रिपोर्ट दिल्ली-मुंबई रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) से तैयार कराएगा। इससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मेट्रो कनेक्टिविटी दी जाएगी। इससे दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सफर भी आसाम हो जाएगा। पॉड टैक्सी की प्रति किमी लागत 50 करोड़ रुपये के करीब है।
★ क्या है नंबर गेम :—
5.5 किमी लंबा होगा रूट। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दी जाएगी मेट्रो कनेक्टिविटी। 25 से घटाकर छह स्टेशन रखने का फैसला, ऐसा एयरपोर्ट के लिए एक्सप्रेस मेट्रो की जरूरत को देखते हुए किया गया। 50 करोड़ रुपये के करीब है पाड की प्रति किमी लागत 4 से 6 लोग एक पाड में एक साथ बैठ सकते हैं। 100 किमी प्रतिघंटा होगी इसकी अधिकतम रफ्तार
★ किसको होगा फ़ायदा :–
एयरपोर्ट व फिल्म सिटी के मध्य पड़ने वाले औद्योगिक सेक्टर, मेडिकल डिवाइस पार्क में काम करने वालों को होगी आसानी। फिल्म सिटी घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों को भी एयरपोर्ट तक आवाजाही के लिए मिलेगा अच्छा विकल्प।
★ वाराणसी, हरिद्वार मे भी चलेगी पॉड टैक्सी:–
गुरुग्राम से मानेसर के बीच 70 किमी रूट पर इसे चलाने की योजना है। इसके अलावा वाराणसी, हरिद्वार जैसे शहरों में भी पाड संचालन करने की योजना पर काम हो रहा है।
डॉ.अरुणवीर सिंह (सीईओ, यमुना प्राधिकरण) का कहना है कि फिल्मी सिटी व नोएडा एयरपोर्ट के बीच पाड टैक्सी चलाने की योजना है। इसकी व्यावहारिकता रिपोर्ट जल्द तैयार कराई जाएगी।
★ पॉड टैक्सी किसे कहते है :—
इसका वजन 820 किलो है और इसमें 500 किलो तक वजन एक साथ ले जाने की क्षमता होगी। इसे संकरी गलियों, मॉल, होटल, ऑफिस व हॉस्पिटल के गेट के सामने से ट्रैक बनाकर चलाया जा सकता है। इसकी रफ्तार 40 किमी प्रति घंटे होगी। यह बैटरी से चलने वाली छोटी कार जैसी टैक्सी है, जो एलिवेटेड रोड पर रबर के टायर से बिना ड्राइवर के चलती है। छह सीटर टैक्सी में कोई भी बैठकर जा सकता है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यह पहला कंप्यूटर ऑपरेटेड वाहन होगा, जिसमें पैसेंजर के टिकट खरीदते ही कंप्यूटर पॉड टैक्सी को संकेत देगा और टैक्सी स्टेशन पर आपका इंतजार करेगी। जब टैक्सी स्टेशन पर रहेगी, तब तक यह रिचार्ज होती रहेगी। मेट्रो की तुलना में लागत कम पाड टैक्सी की निर्माण लागत मेट्रो की तुलना में एक तिहाई है। संचालन खर्च भी कम, चालक की नहीं होती जरूरत। पूर्व निर्धारित स्थान पर पाड रुकती है और स्वचलित दरवाजे खुल जाते हैं। यात्रियों को गंतव्य की सूचना फीड करनी होती है। यह सकरी जगह में संचालित की जा सकती है।