वाराणसी : बेटी होने पे नही लेती कोई चार्ज, मोदी भी है इनके फैन, डॉक्टर शिप्रा धर
वाराणसी : कहते है कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है और जब ये हकीकत मे देखने को मिलता है तो विश्वास और बढ़ जाता है। प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी मे एक महिला डॉक्टर है जो डॉक्टर मे भगवान होने की कहावत को सच साबित करती है।
इनका नाम है डॉ. शिप्रा धर। डॉ धर एक ऐसी स्त्री रोग विशेषज्ञ है जो महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति समय समय पर जागरूकता फैलाती रहती है। इसी के साथ प्रधानमंत्री के “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” की मुहिम मे बढ़ चढ़ के योगदान देती है और इस मुहिम को एक कदम आगे बढ़ाते हुए ये अपने नर्सिंग होम “काशी मेडिकेयर ” मे पैदा होने वाली बच्चियों की मुफ़्त डिलेवरी करती है। इसी के साथ नर्सिंग होम मे खुशी खुशी मिठाई भी बँटवाती है।
इस काम में डॉ. धर की सहायत उनके पति डॉ.एमके श्रीवास्तव भी बखूबी करते हैं। दोनों मिलकर इस अच्छे काम को करने की कोशिश करते हैं। डॉक्टर शिप्रा ने बीएचयू से एमबीबीएस और एमडी किया है और पिछले कई सालों से शिप्रा धर वाराणसी में यह काम कर रही हैं। अब तक धर ने तकरीबन 405 बेटियों के जन्म पर कोई भी चार्ज नहीं लिया है।
डॉ. धर और उनके पति डॉ.एमके श्रीवास्तव के कार्य को सभी ने सराहा है। इन दोनों दम्पति की ओर से अस्पताल में बेटी के जन्म पर कोई फीस नहीं लेने की बात जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पता चली तो वो डॉ. धर से मिले भी थे। दरअसल, जब ये बात प्रधानमंत्री को चली तो थी तो वो उन दिनों प्रधानमंत्री वाराणसी आए हुए थे मंच से कहा था कि सभी डॉक्टरों को भी किसी एक दिन फ्री में डिलिवरी करवानी चाहिए।