किसान आंदोलन या उपद्रव, आखिर क्या है माजरा !
नई दिल्ली: गणतंत्रता दिवस के अवसर पर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला है, किसान नेताओं ने कहा था कि ट्रैक्टरमार्च के माध्यम से हम आम लोगों का दिल्ली वालों का दिल जीतेंगे, पूरे दुनिया को किसानों की शक्ति दिखाएंगे। जबकि आज गणतंत्रता दिवस के अवसर पर जिस तरह से देखा जा रहा उसे देखते हुए यह सवाल उठ रहा की यह किसान आंदोलन है या उपद्रव ?
लाल किला के सबसे उपरी गुंबद पर फहराया अपना झंडा
लाल किले के प्राचीर से स्तंभ के ऊपर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जहां फहराते थे तिरंगा झंडा वहां प्रदर्शनकारियों ने फहराया अपना झंडा
आईटीओ के पास मचाया उपद्रव
तोड़फोड़ की घटना को दिया अंजाम
आज के इस ट्रैक्टर मार्च के बाद एक सवाल जरूर उठता है कि जिस तरह से सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान पहुंचाया गया है, लाल किले के प्राचीर पर जिस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है । उसके बाद आम लोग सवाल खड़े कर रहे हैं, सोशल मीडिया के माध्यम से भी कई तरह के हैशटैग काफी तेज गति से चल रहे हैं जो कि इन उपद्रवियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।