कोविड-19 टीकाकरण महा अभियान के तहत GIMS व शारदा अस्पताल में टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित, लोगों में दिखा खासा उत्साह
ग्रेटर नोएडा : आज ग्रेटर नोएडा के GIMS,शारदा अस्पताल, पीएचसी बिसरख , भंगेल व कैलाश अस्पताल नोएडा में कोरोना वैक्सीन स्वास्थ कर्मियों को लगाया गया ।
GIMS संस्थान मे आज कुल 99 पंजीकृत लोगो मे से 79 चिकित्सकों एवं कर्मचारियों का टीकाकरण किया गया .
इधर शारदा अस्पताल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण अभियान को हरी झंडी दिखाई। इसके तत्काल बाद शारदा अस्पताल में डेंटल काॅलेज के डीन डाॅ. एम. सिद्धार्थ ने 11:15 बजे टीका लगवाया। इसके बाद उन्हें ऑब्जरवेशन में लाया गया। सबने इस ऐतिहासिक मौके पर ताली बजाकर स्वागत किया। मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार ने पौधे देकर उनका स्वागत किया। डाॅ. एम. सिदृदधार्थ ने कहा कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित और कोरोना को हराने में कारगर है। वैक्सीनेशन को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। सभी लोग टीका लगवाएं। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है इसको लेकर किसी तरह का भ्रम ना पालें।
कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन को लेकर शारदा अस्पताल में शनिवार सुबह 9 बजे ही सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं। इसके बाद सीएचसी दनकौर डाॅ. नरेंद्र तिवारी अपनी पूरी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे। उन्होंने लिस्ट को वेरीफाई किया। सबसे पहला नाम स्कूल ऑफ़ डेंटल साइंस डेंटल काॅलेज के डीन डाॅ. एम. सिद्धार्थ ने अपनी सारी औपचारिकाताएं पूरी की। फोटो आईडी दिखाने के बाद उन्हें वैक्सीनेशन रूम में भेजा गया। वहां टीका लगने के बाद बाहर आते समय अस्पताल के एमएस डाॅ. आशुतोष निरंजन समेत सरकारी महकमे के अधिकारियों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्हें ऑब्जरवेशन रूम में 30 मिनट तक रखा गया। कोई दिक्कत या तकलीफ न होने पर उन्हें वहां से विदा किया गया। अस्पताल परिसर में मौजूद लोगों ने उन्हें असली हीरो बताया। इसके बाद दूसरे नंबर पर डाॅ. शैलेश को वैक्सीनेशन दिया गया। ऑब्ज़र्वेशन रूम से बाहर निकलने के बाद मीडिया से बातचीत में डाॅ. सिद्धार्थ ने बताया कि पहली वैक्सीन लगने पर उन्हें गर्व महसूस हो रहा है। कोरोना वैक्सीन के लेकर फैलाए जा रहे भ्रम एवं डर को लेकर कहा कि इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि डर के आगे ही जीत होती है। इसका कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है। उन्होंने तमाम लोगों से अपील की कि अपनी बारी आने पर सूई जरूर लगवाएं, ताकि बीमारी से बचा जा सके। तीसरे नंबर पर वैक्सिनेशन करने पहुंचीं डाॅ. पल्लवी ने बताया कि मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा है। वैक्सीन लगने से मुझे कोई झिझक नहीं हुई। लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मेरे मन में जो डर था वो भी निकल गया। सबको वैक्सीन लगवानी चाहिए।
इस मौके पर शारदा अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डाॅ. आशुतोष निरंजन ने कहा कि हमलोगों ने सभी तरह की तैयारियां की थी। इसके तहह इमरजेंसी मेडिसीन के प्रमुख डाॅ. एम. सी. मिश्रा के लीडरशिप में डाॅक्टरों और नर्सों की पूरी टीम तैनात है। यदि किसी को कोई भी दिक्कत होती तो हमारे एक्सपर्ट उसे हैंडल करने में सक्षम थे। हमने ऑब्जरवेशन रूम के बाहर भी 10 डाॅक्टरों की टीम तैनात की थी। इसके अलावा आईसीयू में भी बेर्ड रिजर्व रखे गए थे। अस्पताल के प्रवक्ता डाॅ. अजीत कुमार ने बताया कि सरकारी मेडिकल टीम को मदद करने और पूरी व्यवस्था देखने के लिए करीब 100 से ज्यादा स्टाफ तैनात रहे। वैक्सीनेशन के बाद किसी को कोई दिक्कत या अन्य तरह की परेशानियां नहीं आईं।