ईस्टर्न पेरीफ़ेरल ऐक्सप्रेसवे पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च , ईस्टर्न पेरिफेरल पर रहे सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त, ट्रैफिक हुआ डायवर्ट
आज भारतीय किसान यूनियन आराजनैतिक ईस्टर्न पेरीफ़ेरल ऐक्सप्रेसवे पर आज किसानों के ट्रैक्टर मार्च में सरदार मनजीत सिह, हरेन्द्र भाटी सुनील प्रधान, पवन खटाना, गुरुचरण सिह, चाचा हिन्दुस्तानी जी ने तिरंगा लहराकर उत्साह बढ़ाया । सम्मिलित हुए । पूरे जोश के साथ हज़ारों की संख्या में किसानों ने भागीदारी की । किसान नेता राकेश टिकैत का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया ।
तीनों कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर किसानों के बीते डेढ़ माह से जारी आंदोलन में आज किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। गाजीपुर बॉर्डर से शुरू हुआ किसानों के ट्रैक्टर मार्च की अगुवाई किसान नेता राकेश टिकैत ने की। किसानों के ट्रैक्टर मार्च को लेकर एनएच-9 के साथ डासना और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर पुलिस-प्रशासन ने पुुख्ता बंदोबस्त किए थे। डासना पर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के टोल पर मार्च की सुरक्षा के मद्देनजर पूरा प्रशासनिक अमला मुस्तैद दिखाई दिया। आईजी प्रवीण कुमार, डीएम अजय शंकर पांडेय, एसएसपी कलानिधि नैथानी और एसपी सिटी अभिषेक वर्मा किसानों के ट्रैक्टर मार्च के मद्देनजर अधिकारियों को निर्देश देते हुए दिखाई दिए। किसानों के ईस्टर्न पेरिफेरल से दादरी होते हुए पलवल जाने की योजना को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने दादरी व पलवल की ओर जाने वाले मार्ग पर ट्रैफिक को डायवर्ट किया था। किसानों के ट्रैक्टर मार्च में शामिल वाहनों के अलावा न तो डासना की ओर से आने वाले किसी अन्य वाहन और न ही हापुड़ से आने वाले वाहनों को ईस्टर्न पेरिफेरल पर चढ़ने नहीं दिया गया। पुलिस कर्मियों के मुताबिक किसानों के गाजीपुर से शुरू हुए ट्रैक्टर मार्च में 133 ट्रैक्टर, 44 कार और 30 बाहर शामिल रहीं। गाजीपुर के अलावा किसानों के मार्च के साथ दुहाई, मोदीनगर, मुरादनगर के किसानों का काफिला सीधे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से जुड़ता रहा।
—– लहराए तिरंगे, गूंजे देशभक्ति के तराने, मार्च में महिला किसानों की रही भागीदारी: गाजीपुर से डासना ईस्टर्न पेरिफेरल पहुंचे किसानों के ट्रैक्टर मार्च में तिरंगे झंडों के लहराने के साथ देशभक्ति के तराने गूंजते दिखाई दिख्ए। ट्रैक्टर पर लगे म्यूजिक सिस्टम में देशभक्ति के गीतों के साथ पंजाबी गीत बजते दिखाई दिए। मार्च में पुरुष किसानों के साथ महिला किसानों की भी भागीदारी रही। कई महिला किसान ट्रैक्टर चलाती हुई नजर आईं। साथ ही कृषि कानूनों के विरोध में जमकर नारेबाजी भी हुई। —-
— डासना में करीब आधा घंटा रही जाम की स्थिति: किसानों के ट्रैक्टर मार्च को लेकर डासना में सुबह करीब सवा 11 बजे जाम की स्थिति दिखाई दी। किसानों के ट्रैक्टर का काफिला गुजरते वक्त डासना से आने वाले ट्रैफिक को रोक दिया गया था। किसानों का काफिला गुजरने के बाद ही ट्रैफिक को छोड़ा गया।