GIMS व शारदा अस्पताल में Covid-19 टीकाकरण का ड्राई रन (अभ्यास) सफलतापूर्वक आयोजित
ग्रेटर नोएडा : कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण अभियान से पहले जिले के नोडल केंद्रों पर आज को ड्राई रन (अभ्यास) चलाया गया। ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) व शारदा अस्पताल में भी ड्राई रन चलाया गया।
गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GIMS), ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश में कोविड की देखभाल व उपचार मं एक अग्रेणी संस्थान है। संस्थान जिले के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों व दिल्ली/एन0सी0आर0 के मरीजों को अत्याधुनिक उपचार व प्लाज्मा थैरेपी की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के साथ ही संस्थान में आई.सी.एम.आर., एन.आई.एम.आर., सी.एस.आई.आर. और डब्ल्यू.एच.ओ. जैसे सहयोगी संस्थानों के साथ उच्च स्तर के अनुसंधान कार्य संचालित हैं।
शासन द्वारा जिम्स को भी गौतमबुद्ध नगर जिले के कोविड-19 टीकाकरण अभियान का नोडल केंद्र बनाया गया है। जिसके तहत दिनांक 05 जनवरी को संस्थान में COVID -19 के टीकाकरण के सम्बंध में तैयारियों का जायजा लेने के लिए जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा ड्राई रन का आयोजन किया गया। ड्राई रन के दौरान सुबह 10 से 12 बजे की बीच सरकार के नियमों के अनुसार संस्थान में 2 सत्रों में 6-6 लोगों की टीम ने प्रत्येक सत्र में 25-25 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया। टीकाकरण सत्र के समय 50 स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रतीक्षालय, सामाजिक दूरी, एक टीकाकरण एवं एक पर्यवेक्षण कक्ष तथा आपातकालीन स्थिति के लिए 2 बेडों के साथ डाक्टर्स एवं नर्सों का इन्तजाम किया गया था। टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का चयन पहले ही किया जा चुका था, टीकाकरण के लिए प्रवेश द्वार पर स्वास्थ्य कर्मियों को वैद्य पहचान पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य था। टीकाकरण के लिए 04 अलग-अलग कक्ष बनाये गये, जिसमें माॅक (दिखावटी) टीकाकरण के बाद पर्यवेक्षण कक्ष में 30मिनट तक हर स्वास्थ्य कर्मी का पर्यवेक्षण किया गया। डा0 ब्रिगे0 राकेश गुप्ता के निर्देशन में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 सौरभ श्रीवास्तव, संकाय प्रभारी प्रशासन डा0 अनुराग श्रीवास्तव, डा0 दीप्ती चैपडा, डा0 हरिओम सोलंकी, डा0 (कर्नल) ब्रजमोहन, डा0 सुरेश बाबू, नर्सिंग अधीक्षक श्री सुभाष शर्मा द्वारा सभी व्यवस्थाओं का इन्तजाम किया व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा ड्राई रन के संचालन में सहयोग किया गया।। ड्राई रन में सहयोग व परीक्षण के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से डा0 चंदन सोनी, नोडल अधिकारी, जिम्स टीकाकरण अपनी टीम सहित उपस्थित थे। जिला प्रतिरक्षा अधिकारी डा0 नीरज त्यागी द्वारा सभी कर्मचारियों को टीकाकरण सम्बंधी प्रशिक्षण दिया गया व व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। अभ्यास के दौरान सावधानी पूर्वक सभी Covid-19 एहतियाती उपायों का पालन किया गया।
इधर शारदा अस्पताल में प्रशिक्षित वैक्सीनेटर्स के माध्यम से कोविड वैक्सीन का ड्राई रन (मॉक ड्रिल) मंगलवार सुबह 9.30 बजे से शुरू हाे गया। इस दौरान शारदा यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर वाई के गुप्ता, प्रशासन की ओर से अडिश्नल डीसीपी विशाल पांडेय और दनकौर के चिकित्सा अधिकारी डाॅ. नरेंद्र तिवारी मौजूद रहे।
शारदा अस्पताल में 5 कमरों में वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन आयोजित किए गए। ड्राई रन के दौरान किसी को भी कोई वैक्सीन नहीं लगाई गई बल्कि केवल वैक्सीन लगाने का मॉक ड्रिल किया गया। ड्राई रन सही प्रकार से हो और कहीं किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए बाकायदा वर्कशॉप भी कराई गई थी। कोल्ड चेन से लेकर स्टोरेज व वैक्सीन के मूवमेंट तक की पल-पल जानकारी रखी जा रही थी, ताकि जब वैक्सीनेशन शुरू हो तो वह पूरी तरह से त्रुटि रहित रहे। आज के ड्राई रन में अलग-अलग सत्र में अलग-अलग टीमें बनाई गई।
टीका लगवाने के लिए आने वालों के लिए अस्पताल परिसर में रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाया गया। यहां पर पेपर वेरिफिकेशन के बाद संबंधित व्यक्ति को रूम को अलाॅट किया गया। उसके बाद रूम के बाहर तैनात सिपाही उसकी फोटो आईडी चेक करने और सैनिटाइजेशन के बाद कमरे के अंदर भेजते रहे। यहां टीका लगवाने के बाद ऑब्जरवेशन रूम में भेजा गया। वैक्सीनेशन के बाद वैक्सीन लगवाने वाले को एक वैक्सीनेशन कार्ड दिया गया। इस कार्ड में जिस दिन वैक्सीनेशन हुआ, उस दिन का विवरण और अगले 28वें दिन लगने वाली दूसरी डोज़ की तारीख अंकित है। वैक्सीनेशन के बाद प्रत्येक व्यक्ति को 30 मिनट तक ऑब्जरवेशन में रखा गया।
सबसे पहले दनकौर सीएससी के चिकित्सा अधिकारी डाॅ नरेंद्र तिवारी को टीका लगाया गया। उन्होंने सभी कर्मचारियों को जरूरी नियमों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन्हें टीका लगाने का प्रशिक्षण दिया गया है। पुलिस प्रशासन की ओर से मौजूद अडिश्नल डीसीपी विशाल पांडेय ने बताया कि रूम के बाहर हमारे जवान तैनात हैं। उन्हें टीका लगाने आए व्यक्तियों के पेपर की जांच के अलावा फोटो आईडी देखने के बाद ही अंदर जाने का आदेश दिया गया है। वैक्सीन लगाने के बाद हमारे जवान उस व्यक्ति को ऑब्जरवेशन रूम में लेकर जाएगा और वहां पर 30 मिनट रूकने के बाद ही अस्पताल छोडने दिया जाएगा।
अस्पताल प्रबंधन की ओर से चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. आशुतोष निरंजन की देखरेख में 100 से ज्यादा कर्मचारी तैनात रहे। डाॅ निरंजन ने बताया कि हमारे अस्पताल में कुल 32 लोगों पर माॅक डील किया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 12 कर्मचारी आए थे। टीकाकरण के दौरान किसी मरीज को कोई बुखारए सिर दर्द या अन्य परेशानी हुई तो उसके लिए तमाम दवाएं रखी गई हैं। हमलोगों ने जनरल वाॅर्ड से लेकर आईसीयू तक तैयार रखे हैं, ताकि जरूरत पडने पर मरीजों को तत्काल उपचार दिया जा सके। उन्होंने बताया कि ऐसी तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है कि एक बार वैक्सीनेशन होने के बाद सूई को दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने ऑब्जरवेशन रूम का भी जायजा लिया। उन्होंने बताया कि यदि यहां पर किसी को किसी भी प्रकार की दिक्कत होती है तो हमारा स्टाफ उससे निपटने को पूरी तरह से तैयार है साथ ही इमरजेंसी में डाॅक्टरों की टीम भी तैनात की गई है। जिला स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ डाॅ. दीपक ओहरी, कोविड 19 के नोडल अफसर डाॅ. अभिषेक त्रिपाठी और वैक्सीनेशन के नोडल अफसर डाॅ. वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने यहां की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया और प्रबंधन को बधाई दी। इस दौरान कर्मचारियों की हौसलाआफजाई के लिए शारदा विवि के प्रो चांसलर पीके गुप्ता भी मौजूद रहे और तैयारियों पर कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।