सच्चाई और ईमानदारी की मिसाल पेश करने वाले जुबेर मालिक को AIMIM ने किया सम्मानित
ग्रेटर नोएडा : आज दादरी में जुबेर मलिक को AIMIM पार्टी के पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष आज़ाद मालिक के नेतृत्व में सम्मानित किया गया। बता दें यह कहानी है दादरी कस्बे में जुबेर मालिक की जिनकी ईमानदारी सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे . जु दरअसल दादरी के जुबेर मलिक को करीब 8 महीने पहले सड़क पर एक लेडीज पर्स मिला था. पर्स में दस्तावेजों के अलावा रुपए और गहने भी थे. पता चला कि पर्स आदेश नाम की महिला का था.
दस्तावेजों से काफी कोशिशों के बाद पर्स की मालकिन के बारे में पता चला. जुबैर ने आदेश से संपर्क किया. बुधवार को महिला अपने पति के साथ दादरी पहुंची. पर्स में रखे दस्तावेज, रुपए और गहने जुबैर ने आदेश को सौंप दिए. इसके बाद दोनों इतने भाव विभोर हुए कि एक-दूसरे के मुंह बोले भाई-बहन बन गए । लॉकडाउन के शुरूआती दौर में लाखों लोग पैदल अपने घर की तरफ चल दिए थे. उस दौरान आदेश का लेडीज पर्स ग्रेटर नोएडा के दादरी कस्बे में गिर गया. पर्स जुबेर को मिला. पर्स में आधारकार्ड, पैनकार्ड, बैंक अकाउंट की पासबुक, साढ़े 6 हजार रुपये नगद, कानों की सोने की झुमकी, मंगलसूत्र, अंगूठी, चांदी की पायल थीं. पर्स में कोई टेलीफोन या मोबाइल नम्बर नहीं मिला था. इस वजह से जुबैर किसी से संपर्क नहीं कर पा रहा था. आधार कार्ड और पैनकार्ड पर एटा मैनपुरी का पता लिखा हुआ था. बैंक पासबुक पर सलारपुर भंगेल का पता था. जुबैर भंगेल सलारपुर पहुंचा. वहां के पते पर उसे आदेश की कोई जानकारी नहीं मिली है. लेकिन जुबेर ने हार नहीं मानी.आखिर में बड़ी मुश्किल से डॉक्युमेंट्स से उसे एक मोबाइल नंबर मिला। इस नंबर पर कॉल की तो जुबेर का संपर्क आदेश के पति से हुआ. जुबेर ने उन्हें बताया कि उनकी पत्नी का जो पर्स खोया है, वो दादरी में है. आएं और ले जाएं, अगर न आ सकें तो बताएं, हम आपके पते पर दे
जाएंगे. आदेश अपने भाई और पति के साथ दादरी आईं. आसपड़ोस के एक-दो जिम्मेदार व्यक्तियों को बुलाकर जुबैर ने आदेश को उनका पर्स सौंप दिया. आदेश ने अपने पर्स में सामान चेक किया. जब उन्होंने अपने पैसे गिने तो आंखों में आंसू आ गए. उन्हें यकीन नही हो रहा था कि आज भी इतने ईमानदार लोग हैं. उनके पर्स में सबकुछ वैसा ही था, जैसा आदेश ने रखा था. उन्होंने इस मौके पर उपस्थित सभी लोगों को अपना मुंहबोला भाई बना लिया. वापस जाते वक्त आदेश ने उन्हें कुछ देना चाहा लेकिन जुबेर ने लेने से मना कर दिया।
उनके ईमानदारी का किस्सा सुनकर AIMIM के जिलाध्यक्ष आज़ाद मालिक ख़ासा प्रभावित हैं। इस मौके पर पार्टी के पदाधिकारी शलमू मलिक, साबिर सैफी, हाजी मोहम्मद, अली फजल चौधरी, समीर सैफी, हक़ीक़त चौधरी, जीशान भाटी, हकीकत चौधरी, जुल्फिकार चौधरी, अब्दुल वाहिद, आसिफ साबिर अब्बासी, आमिर मलिक, अरशद चौधरी, संदीप पंडित व पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।