शारदा विश्विद्यालय में चौथा दीक्षांत समारोह : देश को विकसित बनाने में छात्रों को अपना महत्वपूर्ण योगदान – केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक
ग्रेटर नोएडा : कोविड महामारी के समय में हमने दिखाया कि चुनौतियों को अवसर में कैसे बदलते हैं। ऐसा तभी संभव होता है जब हमारे प्रतिभावन स्टूडेंट अपने को तपाकर देश की तरक्की में योगदान देते हैं। राष्ट्रनिर्माण और देश को विकसित बनाने में छात्रों को अपना महत्वपूर्ण योगदान देना होगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शारदा विश्वविद्यालय के चौथा दीक्षांत समारोह में ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के साथ ही नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों का जुड़ाव बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से ही अनुसंधान का केंद्र रहा है और पूरी दुनिया को शिक्षा देता रहा है। हमें जरूरत इस बात की है कि हमारे हर विद्यार्थी में विश्वस्तरीय टैलेंट होना चाहिए।
शारदा विश्वविद्यालय के एक्टिविटी सेंटर में आयोजित चौथे दीक्षांत समारोह में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, मेघालय के सीएम कोरनाड संगमा, वीएचपी के संरक्षक दिनेश चंद्र, अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रामलाल और स्थानीय सांसद डाॅ महेश शर्मा व क्वाॅलिटी काउंसिल आॅफ इंडिया के सेक्रेटरी जनरल डाॅ रवि पी सिंह आदि मौजूद थे। कार्यक्रम शुरू होने से पहले अति आधुनिक लाइब्रेरी का उदघाटन किया गया।
छा़त्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए मेघालय के सीएम संगमा ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम में आकर उन्हें बहुत उम्मीद बंधती है। शारदा विश्वविद्यालय में एक साथ इतने संख्या में प्रतिभावान छात्र और छात्राओं को देखकर लगता है कि यहां की शिक्षा व्यवस्था काफी उम्दा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह विवि आने वाले समय में और भी बेहतर ढंग से छा़त्रों का जीवन संवारेगा।
भारतीय सह संपर्क प्रमुख रामलाल ने छात्रों से कहा कि वे अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित रखें और उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें। उन्होंने सफल जीवन के लिए मन और स्वास्थ्य का सही संतुलन बनाए रखने के लिए जीवन में स्वामी विवेकानंद का अनुसरण करने को कहा। इस मौके पर वीएचपी के संरक्षक दिनेश चंद ने कहा कि आप जैसे छात्रों को ही नये भारत का निर्माण करना है जो आत्मनिर्भर हो और बुद्धिमता एवं ज्ञान से सशक्त हो।
इसके बाद शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पी के गुप्ता ने कहा कि वह पेशेवर शिक्षा के पक्षधर हैं। इसके लिए हार्ड वर्क नहीं बल्कि पैशन की जरूरत है। यदि किसी ने कुछ बनने का ठान लिया है तो वह सफलता प्राप्त करके ही मानेगा। हमलोग गर्ल्स एजुकेशन को काफी फोकस करते हैं। मेधवी बच्चों की शिक्षा में धन की कमी आडे नहीं आती है। हमलोग गर्ल्स स्काॅलरशिप पर काफी ध्यान देते हैं। मेरा मानना है कि एक छात्रा को शिक्षित करने से उसके आसपास शिक्षा की अलख जग जाती है।
इस अवसर पर पोखरियाल ने उत्तीर्ण छात्रों को बधाई दी और कहा कि यह पल उन लोगों के जीवन के यादगार पलों में से एक है। उन्होंने एनआईआरएफ में रैंक हासिल करने के लिए शारदा विवि और चांसलर पी के गुप्ता को बधाई दी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हो रही है कि इस विवि में 56 देशों के 2000 से ज्यादा छात्र पढते हैं। उन्होंने आशा जताई कि जब वह अगली बार यहां आएंगे तो न केवल नेशनल लेवल बल्कि इंटरनैशनल लेवल पर विवि की रैंकिंग और उम्दा होगी। उन्होंने कहा कि शारदा विवि का इन्फ्रास्क्चर काफी बेहतरीन है। मंत्री ने छात्रों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रति ईमानदारए निडर और निर्भीक होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने नए स्तर की ऊर्जा और नए उत्साह के साथ छात्रों का मनोबल बढाया। नई शिक्षा नीति पर केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा कि यह भारत के गठन की नींव रखेगी और लड़कियोंए अल्पसंख्यकों और समाज के वंचित वर्गों को तकनीकीए वैज्ञानिक और नौकरी ण्आधारित शिक्षा प्रदान करेगी। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि शारदा विश्वविद्यालय का शैक्षणिक मॉडल इस पर आधारित है। पीके गुप्ता के मार्गदर्शन में पाठ्यक्रम का मॉड्यूल पूरी तरह से इस पर आधारित है। भारत सरकार की योजना स्टे इन इंडिया और स्टडी इन इंडिया काॅन्सेप्ट का यहां पालन किया जा रहा है। शारदा विवि देश से बाहर भी शिक्षा का प्रसार कर रहा हैए यह हमलोगों के लिए खुशी का पल है। उन्होंने तक्षशिला और नालंदा जैसे प्राचीन विश्वविद्यालयों का गुणगान करते हुए भारत को दुनियाभर में सीखने का स्रोत बताया। उन्होंने एनसीआर में बढ़ रहे शिक्षण संस्थानों और उनके द्वारा दी जा रही शिक्षा की सराहना की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा तो संस्थान से मिलती हैं लेकिन दीक्षा गुरू से ही मिलती है। शारदा विश्वविद्यालय ने देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी नाम रोशन किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस संस्थान का नाम भी मां शारदा के नाम पर है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे भी अपनाए अपने माताण्पिता और प्रदेश व देश का नाम रोशन करें। इस मौके पर चांसलर पी के गुप्ता ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक, मेघालय के सीएम कोरनाड संगमा और क्वाॅलिटी काउंसिल आॅफ इंडिया के सेक्रेटरी जनरल रवि पी सिंह को डाॅक्टररेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया।
इस मौके वाइस चांसलर सिबाराम खारा, रजिस्ट्रार अशोक कुमार सिंह आदि मौजूद रहे। समारोह में 56 देशों के विद्यार्थियों के साथ ही संबंधित दूतावासों के अधिकारियों ने शिरकत की।
समारोह में शिक्षामंत्री ने छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की। इस मौके पर 3593 अंडर ग्रेजुएट और 1203 पोस्ट ग्रेजुएट को वर्चुअली सम्मानित किया गया। दीक्षांत समारोह के दौरान 51 डॉक्टोरल डिग्री और गोल्ड मेडलिस्ट को सम्मानित किया गया। कुल 26 छात्रों ने स्वर्ण पदक प्राप्त किए। 6 छात्रों को चांसलर पदक से नवाजा गया। 3 छात्रों ने कुलपति का पदक प्राप्त किया। समारोह का समापन शारदा विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।