जय हो संस्था का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी, 20 अगस्त को अनशन स्थल पर बुलाई गई महापंचायत
दादरी। स्वास्थ्य सेवाओं में फैले भ्रष्टाचार व अनियमित्ताओं के खिलाफ जय हो सामाजिक संस्था के पांच सदस्यों का आमरण अनशन बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। अनशन का दूसरा दिन पूर्व मंत्री रवि गौतम की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट के मौन से हुई। अनशन को लगभग 26 घंटे बीतने के बाद भी प्रशासन का कोई अधिकारी वार्ता के लिए नहीं पहुंचा है। जिसे लेकर आंदोलनकारियों व समर्थकों में खासा रोष व्याप्त है।
वहीँ संस्था की कोर कमेटी ने प्रशासन के रवैये को देखते हुए 20 अगस्त दिन रविवार को अनशन स्थल पर महापंचायत का आह्वान किया है। अगर जय हो संस्था का यह अनशन एक-दो दिन और यूं ही चला तो मामला तूल पकड़ सकता है। क्योंकि डिस्ट्रिक्ट बार एसोशिएशन से लेकर व्यापारमंडल तक दो दर्जन से अधिक सामाजिक संगठन व राजनेतिक दल जय हो के इस आंदोलन को अपना समर्थन दे चुके हैं। बुधवार को एमबीपीजी कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष समेत सैकड़ों की संख्या में छात्र समर्थन करने पहुंचे।
इस सम्बन्ध में जब आमरण अनशन पर बैठे जय हो सामाजिक संस्था के संयोजक कपिल शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया उनका अनशन दूसरे दिन भी जारी है। जोकि मांगे माने जाने तक हर हाल में जारी रहेगा। इस दौरान आमरण अनशन पर बैठे संस्था के महासचिव हरीश बैसोया एडवोकेट, जिलाध्यक्ष अमित भाटी एडवोकेट बिसरख, जिला सचिव हारून सैफी, नगर अध्यक्ष जावेद मलिक भी पूरी मजबूती के साथ जमे रहे। कपिल शर्मा ने बताया कि बुधवार को अस्पताल समय से लेट पहुंचे सभी डॉक्टरों व कर्मचारियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर गांधीवादी तरीके से समय से अस्पताल पहुंचने का निवेदन किया। इस दौरान अस्पताल अधीक्षक डॉ आदित्यपाल सैनी समेत अधिकांश डॉक्टर व कर्मचारी समय से लेट पहुंचे। संस्था के अध्यक्ष संदीप भाटी ने कहा कि आमरण अनशन को 26 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी न तो स्वास्थ्य विभाग का कोई बड़ा अधिकारी और न ही कोई प्रसाशनिक अधिकारी मौके पर पहुंचा है। ऐसे में संस्था की कोर कमेटी ने 20 अगस्त दिन रविवार को आमरण स्थल पर ही महापंचायत का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि अब यह लड़ाई किसी ठोस अंजाम पर पहुँचने तक जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि मंगलवार देर शाम को व्यापार मंडल अध्यक्ष मनोज गोयल के नेतृत्व में सैकड़ों व्यापारियों ने अनशन स्थल पर पहुंचकर अपना सहयोग दिया।
इस अवसर पर संस्था के संरक्षक कवि सुधीर वत्स, वरिष्ठ उपाध्यक्ष याकूब मलिक पत्रकार, परमानन्द कौशिक, सुनील कश्यप, रविंद्र रौसा, पवन कटारिया, शशिकांत शर्मा, विशाल नागर एडवोकेट, सुहेल चिस्ती, यज्ञदत्त शर्मा आदि लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।