जेवर एयरपोर्ट के पास जल्द बनेगा देश का बेहतरीन मल्टी स्पेशलिटी सरकारी अस्पताल, किसानों व गरीबों का होगा फ्री इलाज
चिकित्सा क्षेत्र में बेहतर सुविधा देने के लिए जल्द ही एक नए अस्पताल का निर्माण शुरू होने जा रहा है। इसका निर्माण जेवर में बनने वाले अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास होगा। जेवर में बढ़ती आबादी व विकसित हो रहे औद्योगिक व आवासीय क्षेत्र को देखते हुए ट्रामा सेंटर की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है। जिला स्तर पर ट्रामा सेंटर न होने से हादसे में घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर भेजना पड़ता है, जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है।
इसी को देखते हुए दिनांक 23 अगस्त 2020 को जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मा0 योगी आदित्यनाथ व चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह से मुलाकात कर, जेवर में अस्पताल बनवाए जाने के लिए प्रस्ताव सौंपा।
जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को अवगत कराया कि “जैसा कि देखने में आता है कि प्राइवेट अस्पतालों ने जिस तरीके से अपने अस्पतालों को धन कमाने का जरिया बनाया हुआ है, जिससे निर्बल आय वाले लोग विगत कई वर्षों से दिक्कत महसूस कर रहे हैं, उस आवश्यकता को देखते हुए, इसकी जरूरत महसूस की गयी तथा जेवर में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की स्थापना होते ही दुनिया के विभिन्न स्थानों से बड़े-बड़े उधोगपति जेवर की तरफ रुख करेंगे, जिससे यहां की आबादी में एकाएक वृद्धि होगी। जनपद गौतमबुधनगर में यमुना एक्सप्रेस-वे व ईस्टर्न पेरिफेरल पर बढ़ती आवाजाही से दुर्घटना में कई घायलों की मौत हो जाती है। ऐसे में एयरपोर्ट शुरू होने से पहले एक ट्रामा सेंटर बने।“ इस संबंध में जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह व स्वास्थ्य अपर मुख्य सचिव श्री मोहन प्रसाद को प्रस्ताव दिया गया है।
जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने आगे बताया कि “प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी ने जेवर एयरपोर्ट के पास एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनवाये जाने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है और बहुत जल्द इस पर कार्य प्रारंभ हो जाएगा।“
इसके बनने से जनपद गौतमबुद्धनगर के अलावा अलीगढ़, बुलंदशहर व हाथरस और हरियाणा प्रांत के कई जनपदों के लोगों को फायदा मिलेगा। जल्द ही सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के लिए यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से जमीन का चिन्हांकन भी करा लिया जाएगा।