स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने  7वीं बार लालकिले की प्राचीर से तिरंगा फहराया  , जाने बड़ी बातें

पूरा देश आज अपने 74वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 7वीं बार लालकिले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। इसी के साथ पीएम मोदीसबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने वाले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए हैं।

 

इससे पहले प्रधानमंत्री ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। समारोह स्थल पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी का स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी ने अपना स्वतंत्रता दिवस का भाषण दिया।

कोरोना के चलते इस बार लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में कई परिवर्तन किए गए हैं। इस बार सीमित कार्यक्रम के तहत सिर्फ 5000 लोगों को बुलाया गया है। हालांकि, हर बार 20-25 हजार लोग पहुंचते थे। वही, बच्चे भी इस बार कार्यक्रम में नहीं दिखे। यहां हम आपको पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें बताने जा रहे हैं।

-पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि- कोरोना के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं।

-स्वतंत्रता के लिए विस्तारवाद की सोच रखने वालों ने विस्तार के बहुत प्रयास किए। आजादी की ललक ने उनकी मंसूबों को जमींदोज कर दिया। अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे। एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है। गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो।

-विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई। भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी। विस्तारवाद की भावना ने दुनिया को विश्वयुद्ध में धकेल दिया। उस वक्त भी भारत ने अपनी आजादी की ललक नहीं छोड़ी।

– पीएम  मोदी ने कहा कि आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग, बलिदान और मां भारती को आजाद कराने के लिए समर्पण है। आज ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों को, वीर शहीदों को नमन करने का ये पर्व है।

-पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग भारत में राज करने की मंशा लेकर आए थे उनके विचारों को भारत की सोच ने उखाड़ कर फेंक दिया.पीएम ने कहा कि वे भारत की प्राणशक्ति को पहचान नहीं पाए। पीएम ने कहा कि भारत की आजादी की ललक ने दुनिया के अंदर एक प्रेरणा का स्रोत पैदा किया।

-पीएम मोदी ने कहा कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना होगा लेकिन अब दूसरों पर निर्भरता खत्म करनी होगी। उन्होंने कहा कि जब तक हम इंपोर्ट करते रहेंगे तब तक हम अपनी स्किल को नहीं बढ़ा पाएंगें।

-पीएम मोदी ने कहा कि भारत हमेशा मानता है कि यह विश्व एक बड़ा परिवार है। जब हम आर्थिक प्रगति और विकास की ओर बढ़ रहे हैं तो हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि मानवता इस सफर और इस प्रक्रिया का केन्द्र हो। एक समय था, जब हमारी कृषि व्यवस्था बहुत पिछड़ी हुई थी। तब सबसे बड़ी चिंता थी कि देशवासियों का पेट कैसे भरे। आज जब हम सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों का पेट भर सकते हैं।

-मुझे पूरा विश्वास है कि भारत इस सपने को जरूर पूरा करेगा। मुझे हमारे देशवासियों की क्षमताओं पर, उनकी काबिलियत पर और उनके आत्मविश्वास पर पूरा भरोसा है। अगर हम एक बार तय कर लें तो लक्ष्य पूरा होने तक हम रुकते नहीं हैं। भारत को आत्मनिर्भर बनने के सपने को चरितार्थ करना होगा। मुझे देश के युवाओं और महिलाओं पर पूरा है विश्वास है।

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