74वें स्वतंत्रता दिवस से पूर्व प्रोफ़ेसर ने किया एक दिवसीय उपवास
आई टी एस इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर एवं मेरठ सहारनपुर मंडल से आगामी एमएलसी चुनाव (शिक्षक वर्ग) के प्रत्याशी डॉ. कुलदीप मलिक मेरठ जिले के जिलाधिकारी कार्यालय पर 74 वें स्वतंत्रता दिवस से पूर्व एक दिवसीय उपवास पर रहकर देश के प्रधानमंत्री एवं राज्य के मुख्यमंत्री से शिक्षा क्षेत्र के लिऐ विशेष आर्थिक राहत पैकेज की मांग की। साथ ही साथ इस उपवास के द्वारा उन्होंने सरकार की वर्तमान शिक्षा नीति का भी विरोध किया।
ज्ञात रहे डॉ. कुलदीप मलिक पिछले काफी समय से शिक्षा क्षेत्र में विशेष राहत पैकेज की मांग एवं सरकार की वर्तमान शिक्षा नीति के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के 9 जिलों में सरकार से शिक्षा क्षेत्र में विशेष राहत पैकेज के लिए एक अभियान भी चलाया चलाया था, जिसकी शुरुआत उन्होंने 29 जून से सहारनपुर में के जिलाधिकारी को ज्ञापन देने से पूर्व सांकेतिक उल्टी चाल चलके की थी।
डॉ. मलिक के अनुसार वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के प्राइवेट शैक्षणिक संस्थान वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते पिछले कई महीनों से बंद है, इन संस्थानों की आय का एकमात्र साधन छात्रों द्वारा दिया गया शुल्क है, जो पिछले कई महीनों से संस्थानों को प्राप्त नहीं हो रहा है। इस स्थिति में प्रबंधक शिक्षकों/कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में प्राइवेट शैक्षणिक संस्थानों का शिक्षक भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है और वह आज आत्महत्या करने को मजबूर है।
दूसरी तरफ सरकारी शिक्षक लंबे समय से पुरानी पेंशन की बहाली एवं एनपीएस के सुचारू रखरखाव सहित शिक्षा व्यवस्था एवं शिक्षकों के हित में कई सारी मांग करते चले आ रहे हैं, जिस पर सरकार लंबे से मोन है। वही कोविड-19 के चलते शिक्षकों के भत्तों पर रोक लगा दी है।
अपने इस उपवास के माध्यम से डॉ मलिक सरकार का ध्यान इस तरफ आकर्षित करना चाहते हैं कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते सरकार ने लगभग सभी क्षेत्रों में आर्थिक सहायता प्रदान की है, लेकिन प्राइवेट शैक्षणिक संस्थानों के लिए अभी तक सरकार किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद के लिए आगे नहीं आई है।
अपने इस उपवास से डॉक्टर मलिक ने सभी शिक्षकों को एक साथ संगठित करके शिक्षकों एवं प्रबंधक के साथ मिलकर सरकार पर जल्द से जल्द राहत पेकिज घोषित करने के लिए दबाव बनाया।
एक दिवसीय उपवास में डॉक्टर मलिक के साथ पूर्व फ्लाइंग ऑफिसर निरंजन बालियान और कुछ चुनिंदा शिक्षक साथ रहे।