पीएम मोदी ने कहा, कोरोना से लड़ेंगे और जीतेंगे , नोएडा समेत कोलकोता व मुंबई में HI TECH Corona Test Labs का उद्घाटन
नई दिल्ली/नोए़डा : नोएडा सेक्टर-39 स्थित राष्ट्रीय कैंसर रोकथाम एवं शोध संस्थान (एनआइसीपीआर) में शुरू होने जा रही लैब का उद्घाटन का उद्घाटन पीएम मोदी ने कर दिया है। कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जुड़ेंगे।
पीएम ने कहा कि आइसोलेशन सेंटर हों, कोविड स्पेशल हॉस्पिटल हो, टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रैकिंग से जुड़ा नेटवर्क हो, भारत ने बहुत ही तेज़ गति से अपनी क्षमताओं का विस्तार किया। आज भारत में 11 हजार से ज्यादा Covid Facilities हैं, 11 लाख से ज्यादा Isolations Beds हैं।
देश के करोड़ों नागरिक कोरोना वैश्विक महामारी से बहुत बहादुरी से लड़ रहे हैं। आज जिन Hi-tech State of the Art टेस्टिंग फेसिलिटी का लॉन्च हुआ है उससे पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में और ताकत मिलने वाली है।
पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली- NCR, मुंबई और कोलकाता, आर्थिक गतिविधियों के बड़े सेंटर हैं। यहां देश के लाखों युवा अपने करियर को, अपने सपनों को पूरा करने आते हैं। अब इन तीनों जगह Test की जो उपलब्ध कपैसिटी है, उसमें 10 हज़ार टेस्ट की कैपेसिटी और जुड़ने जा रही है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जनवरी में हमारे पास कोरोना के टेस्ट के लिए जहां मात्र एक सेंटर था, आज करीब 1300 लैब्स पूरे देश में काम कर रही हैं। आज भारत में 5 लाख से ज्यादा टेस्ट हर रोज हो रहे हैं। आने वाले हफ्तों में इसको 10 लाख प्रतिदिन करने की कोशिश हो रही है।
नोएडा के साथ-साथ कोलकाता और मुंबई स्थित लैब का भी उद्घाटन होगा। लैब में नोएडा के अलावा अन्य जिलों व राज्यों के 6000 सैंपलों की जांच प्रतिदिन होगी। एनआईसीपीआर व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसकी तैयारी में जुटे हैं। आइसीएमआर ने कोलकाता, मुंबई और नोएडा में तीन लैब बनाई है। कोलकाता में प्रतिदिन तीन हजार व मुंबई में 1200 संदिग्धों के सैंपलों की जांच प्रतिदिन होगी। एनआईसीपीआर में बनी लैब में सबसे अधिक 12 आरटी-पीसीआर मशीनें लगी हैं। वहीं चार ऑटोमेटिक आरएनए स्ट्रैक्टर भी हैं। सभी लैब बायोसेफ्टी लेवल टू से लैस है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक यह प्रदेश की सबसे बड़ी लैब है। लैब शुरू होने के बाद एनआइबी, जिम्स व चाइल्ड पीजीआइ पर पड़ने वाला दबाव बेहद कम हो जाएगा। फिलहाल आरटीपीसीआर जांच को भेजे गए सैंपल के नमूनों की रिपोर्ट आने में 5 दिन लग रहे हैं।
एनसीआर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को होगा फायदा
एनआइसीपीआर प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक लैब उच्च क्षमता वाली है, जिससे प्रतिदिन 6 हजार से अधिक कोरोना सैंपल की जांच हो सकेगी। इससे न सिर्फ नोएडा बल्कि दिल्ली एनसीआर के लोग को फायदा होगा। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के निर्देशन में स्थापित यह लैब अन्य दूसरी लैब से काफी मायनों में भिन्न है। वर्तमान में देश की किसी भी लैब में इतने बड़े पैमाने पर जांच नहीं हो रही है। लैब में नोएडा-एनसीआर सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दूसरे जिलों से कोरोना सैंपल मंगवाकर जांच की जा सकेगी। सैंपल भेजने का काम संबंधित जिले के स्वास्थ्य विभाग का होगा। सैंपल मिलने के 24 घंटे बाद संबंधित विभाग को इसकी जांच रिपोर्ट भी ऑनलाइन ही सौंप दी जाएगी। बता दें एनआइसीपीआर स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़ा एक सरकारी संस्थान है, जहां कैंसर के मरीजों पर शोध होता है।
तीन सरकारी लैब में हो रही है जांच जिले में अभी आइसीएमआर से मान्यता प्राप्त तीन सरकारी लैब में कोरोना की जांच हो रही है। इनमें सेक्टर-62 नोएडा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल (एनआइबी), कासना स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स), सेक्टर-30 चाइल्ड पीजीआइ की लैब शामिल है। यहां प्रतिदिन 2700 से अधिक कोरोना सैंपल जांच की सुविधा उपलब्ध है।
उद्घाटन से संबंधित तैयारियां पूरीं नोएडा में शनिवार को प्लाज्मा बैंक का उद्घाटन करने आए प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने जिले में उच्च क्षमता वाली लैब को स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, कि केंद्र सरकार के सहयोग से लैब की स्थापना की गई है। उधर जिलाधिकारी सुहास एल वाइ का कहना है प्रधानमंत्री लैब का उद्घाटन करेंगे। इसकी तैयारियां संबंधित संस्थान की ओर से की जा रही है। वहीं एनआइसीपीआर की निदेशक डॉ. शालिनी सिंह का कहना है कि आइसीएमआर के निर्देशन में लैब की स्थापना की गई है। लैब में तैनात टेक्नीशियन की तैनाती आइसीएमआर की ओर से की गई है। उद्घाटन से पूर्व की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।