CYSS ने छात्रों के हित में उचित फैसला लेने का किया अपील
लखनऊ: CYSS के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपते हुए.
CYSS ने मुख्य बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि इस कोरोना संकट काल में जन जीवन अस्त-व्यस्त है , ऐसे में को शेष परीक्षाओं को करवाने का निर्देश किया गया है।
डॉ ए० पी० जे० अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी द्वारा ऑनलाइन परीक्षा कराने के सम्बंध में कदम उठाये जा रहे है, जिसको लेकर छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
महोदया जी छात्रों के हितों को देखते हुए आपका ध्यान निम्नलिखित बिंदुओं पर आकर्षित कराना चाहेंगे:-
1 – दिन-प्रतिदिन कोरोना महामारी फैलती जा रही है ऐसे में छात्रों को कालेजों में बुलाकर परीक्षा कराने का फैसला क्या उचित होगा ?
2- कोरोना महामारी की वजह लॉकडाउन के शुरुआती दौर में ही छात्र जल्दी जल्दी में अपने गृह जनपद के लिए चले गए जिससे अपने पाठ्य पुस्तकों को भी नही ला सके, हॉस्टलों में हजारों छात्र लॉकडाउन में फँस गए थे जिससे उनकी मानसिक स्थिति भी काफी बिगड़ गयी ,
ऐसे हालात में उनकी होने जा रही परीक्षाओं के लिए क्या वह तैयार होंगे?
3- ऑनलाइन परीक्षा कराने पर ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को इंटरनेट की सेवा सुचारू रूप से न मिल पाने से क्या छात्रों के साथ न्याय होगा?
उपरोक्त सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी छात्र विंग (सीवाईएसएस) छात्रों के हितों को देखते हुए कुछ प्रमुख माँग करती है-
◆ पूरी तरह से स्थिति सामान्य होने से पूर्व डॉ ए० पी० जे० अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी में परीक्षाओं का आयोजन न किया जाए।
◆ डॉ ए० पी० जे० अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के पहले एवं दूसरे वर्ष के छात्रों को प्रमोट किया जाए, तथा तृतीय वर्ष के छात्रों को पहले एवं दूसरे वर्ष के अंकों के अनुपात के हिसाब से पास उत्तीर्ण किया जाय।
◆ छात्रों को उनके वर्तमान एवं भविष्य को लेकर काफ़ी असमंजस है, ऐसे में छात्रों की व्यापक स्तर पर उनकी काउंसलिंग की व्यवस्था की जाए।
उल्लेखनीय है कि एकेटीयू के तरफ से अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित करवाने की तिथि 16 जुलाई से 27 जुलाई के बीच रखा गया है और पूर्व में किए गए वार्ता के दौरान एकेटीयू के वाइस चांसलर विनय पाठक ने बताया था कि संभवत अगस्त सितंबर में अन्य प्रथम द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों का परीक्षा भी आयोजित करवाया जा सकता है हालांकि हाल के दिनों में आधिकारिक रूप से कोई भी सूचना वाइस चांसलर की तरफ से जारी नहीं किया गया है जिसके वजह से छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.