अब कोरोना बीमारी की जांच एंटीजन किट से होगी, आइसीएमआर विशेषज्ञ स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करेगे

  • 22 दिनों में ही 1126 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।
  • जून के 20 दिनों में ही मई के मुकाबले 8 गुना अधिक मौतें हुई हैं।
गौतमबुध्द नगर में बेकाबू होता कोरोना वाइरस जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। जून के 22 दिनो में कोरोना वायरस 1126 लोगो को अपना शिकार बना चुका है इस दौरान 12 लोगो की मौत हो चुकी है। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर उत्तर प्रदेश शासन सख्त हो गया है। शासन के निर्देश पर ही जिले में अब कंटेनमेंट जोन में एंटीजन किट से जाच की तैयारी की जा रही है। 24 जून को इसके लिए एक प्रशिक्षक कार्यक्रम आयोजित होगा, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के विशेषज्ञ स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे और स्वास्थ्य कर्मियों को इसकी जाच विधि बताई जाएगी।
हमे आइसीएमआर से 15000 टेस्ट किट एक दो दिन प्राप्त हो जाएगे
जिला अधिकारी सुहास एल.वाई ने बताया कि एनसीआर के अन्य क्षेत्रों के साथ जीबी नगर में एंटीजन किट से कोरोना का टेस्ट किया जाएगा। हमे आइसीएमआर से 15000 टेस्ट किट एक दो दिन प्राप्त हो जाएगे  स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित के बाद स्वास्थ्य विभाग जांच  की रणनीति बनाएगा। ऐसे स्थानों पर जांच होंगी जहा अब तक सबसे अधिक मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं ऐसे स्थान भी मरीज ढूंढे जा सकते हैं जहा संक्रमण का कारण पूरी तरह से पता नहीं चला हो।
इस किट से जाच के बाद अधिकतम 30 मिनट में जाच रिपोर्ट आ जाएगी।
सीएमओ दीपक ओहरी ने बताया कि इस किट से जाच के बाद अधिकतम 30 मिनट में जाच रिपोर्ट आ जाएगी। ऐसे में प्रभावित इलाकों में जाच के बाद मरीज के पॉजिटिव होने की स्थिति में उसका इलाज शुरू कर दिया जाएगा। जल्द जाच रिपोर्ट आने से संक्रमण की स्थिति की जानकारी मिल सकेगी। मरीज और उनके संपर्क में रहे लोगों का इलाज शुरू किया जा सकेगा। इससे कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में भी मदद मिलेगी। एंटीजन से कोरोना का टेस्ट से  प्रारंभिक ट्रैकिंग, मृत्यु दर को कम करने और घटाने में मदद मिलेगी।
22 दिनों में ही 1126 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।
जब नोएडा में मार्च के महीने जब कोरोना का पहला मामला मिला था। उसके बाद लॉकडाउन लगा दिया गया था। जिसके कारण कोरोना वायरस पर लगाम लगी थी। और मार्च-अप्रैल और मई के 3 महीनों में मरीजों की संख्या 453 थी। लॉकडाउन के जून में हटते ही के 22 दिनों में ही 1126 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है जो 3 महीने से मरीजों से 157% अधिक है। कोरोना वाइरस के संक्रमण के कारण जून के 20 दिनों में ही मई के मुकाबले 8 गुना अधिक मौतें हुई हैं। मई के महीने में कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 7 थी जबकि जून महीने 12 लोगो की मौत हो चुकी है। मार्च और अप्रैल में इस बीमारी से एक भी मौत नहीं हुई थी।

यह भी देखे:-

भारत बायोटेक: कोवैक्सीन को जल्द मिलेगी WHO की मंजूरी, आपातकालीन उपयोग सूची के लिए सौंपे दस्तावेज
मोदी की वजह से सुषमा-जेटली का हुआ निधन... बिगड़े बोल पर स्टालिन के बेटे को मिला नोटिस
लाखों के पटाखे सहित दुकानदार गिरफ्तार
57 वां आईएचजीएफ मेला– स्प्रिंग 2024 : भारत का दुनिया के सामने प्रदर्शन
ग्रेटर नोएडा :संचारी रोग पर लगाम लगाने को ग्रेनो में 18 अक्तूबर से चलेगा दस्तक अभियान
जानें WhatsApp की शानदार ट्रिक, बिना टाइप किए ऐसे भेज सकते हैं मैसेज
युवाओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शारदा विश्वविद्यालय की मुहीम
अमृतसर: डेढ़ साल बाद आज नए अवतार में खुलेगा जलियांवाला बाग, पीएम मोदी करेंगे वर्चुअल उद्घाटन
अब नॉन कोविड अस्पतालों में भी भर्ती होंगे संक्रमित
क्रिकेटर शमी सड़क हादसे में घायल , लगे दस टांके
समलैंगिक विवाह समाज विरोधी,भारत की सभ्यता के विरुद्ध : मुन्ना कुमार शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भ...
बसपा ने जेवर विधानसभा से नरेंद्र भाटी डाढ़ा को किया प्रत्यासी घोषित
कोरोना संकट के बीच सेना प्रमुख ने की PM मोदी से मुलाकात, नरवणे ने दी तैयारियों को लेकर जानकारी
चंद रुपयों की लालच के लिए  दोस्त का क़त्ल 
बीवाईडी इंडिया ने  लग्जरी इलेक्ट्रिक सेडान बीवाईडी सील का किया अनावरण 
आदर्श विहार सोसायटी के निर्विरोध अध्यक्ष बने प्रमोद नागर