जीबीयू से म्यांमार के छात्रों का जत्था कोविड के कारण अपने देश रवाना हुए
27 मई अर्धरात्रि तक़रीबन 2 से 3 बजे की बीच म्यांमार के 42 छात्रों का एक समूह बोधगया को रवाना हुआ क्योंकि म्यांमार दूतावास एवं वहाँ की सरकार के द्वारा हवाई यात्रा की जो व्यवस्था की गयी थी वो दिल्ली से ना होकर गया हवाई अड्डे से थी। गया/बोधागया उड़ान पकड़ने के लिए जीबीयू से दो बसों 21-21 छात्रों को सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए बैठा के रवाना डॉ अरविन्द कुमार सिंह, निदेशक, अंतरराष्ट्रीय सम्बंध की निगरानी में की गयी। बस की व्यवस्था बोधागया की महाबोधी ट्रान्स्पोर्ट्स से की गयी थी क्योंकि की यहाँ की ट्रैवल एजेन्सी से काफ़ी कम किराया लगा।
42 छात्रों के इस समूह में 32 छात्र जीबीयू के थे जबकि 2 शारदा विश्वविद्यालय के, 5 सुभारती विश्वविद्यालय के और 3 नोएडा के थे।
डॉ अरविन्द कुमार सिंह ने यह भी बताया की जीबीयू से, मई के इस महीने में विदेशी छात्रों का यह तीसरा जत्था है जो कोविड-19 और उसके वजह से हुई लाक्डाउन की वजह से रवाना हुई है। पहला सूरीनाम, दूसरा वियतनाम और तीसरा म्यांमार हुआ।
आगे यह भी बताया की जीबीयू में लगभग 40 विदेशी छात्र अभी भी हॉस्टल में रह रहे हैं। इनमें मुख्यतः वीयट्नाम, म्यांमार, कम्बोडिया, थाईलैंड, लाओस, यमन, इत्यादि के छात्र हैं। डॉ सिंह ने बताया की अगली विदेशी छात्र की वापसी सम्भवतः 15 जून को थाईलैंड की होने की सम्भावना है।