कोरोना कोविड पोजटिव मिलने पर पूरी सोसाइटी सील करने के बजाय टावर को करें सील, नेफोमा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की मांग
ग्रेटर नोएडा वेस्ट फ्लैट वायर एसोसिएशन नेफोमा नोएडा स्टेट फ्लैट ओनर्स एसोसिएशन ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा की अलग-अलग सोसायटीओं में कोरोना कोविड मरीज मिलने से सोसाइटी सील करने की समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर यह मांग की गई है कि जिन सोसायटी ओं में कोरोना पॉजिटिव मरीज पाया जा रहा है तो पूरी सोसाइटी सील करने के बजाए उक्त टावर को ही सील किया जाए जिससे कि अन्य सोसाइटी निवासियों को किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े, इसके साथ ही जिलाधिकारी, सांसद महेश शर्मा, सीईओ प्राधिकरण, व कमिश्नर नोएडा को भी प्रतिलिपि नेफोमा ने भेजी है
लॉकडाउन 4.0 की रियायतों को देखते हुए अब कुछ ऑफिस और अन्य रोजगार (दुकान, हेल्पर आदि) कुछ हद तक अपनी पटरी पर आने लगे हैं, नेफोमा ने स्वयं यह सब देखा हैं, लोगो के अपने काम पर जाने से उनमें आई निराशा अब आशा में बदल रही है, यह सब देखते हुए अब *किसी भी हॉटस्पॉट एरिया को सूक्ष्म रखा जाना चाहिए, जिससे लोगो को अपना रोजगार करने में परेशानी ना हो और वह अपना जीवन यापन आसानी से कर सके.
अतः नेफोमा आपसे निवेदन करता है कि अब किसी भी जोन में हॉटस्पॉट पूरी सोसायटी को ना बना कर उस सोसायटी के केवल फ्लैट/घर को ही बनाया जाए, जिससे किसी अन्य को परेशानी ना हो,
उस सोसायटी के निवासियों को अलर्ट पर रखा जाए कि कोई भी व्यक्ति को अगर कोरोना से मिलते हुए कोई भी लक्षण मिलता हैं तो उसे तुरंत संबंधित अधिकारी को बताए जिससे उसके किसी परिवार को को यह परेशानी का सामना ना करना पड़े और अन्य के रोजगार/ जीवन यापन में कोई बाधा ना आए,
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कोराना से बचने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवम् हमारे माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने लॉकडाउन 4.0 का आवाहन, कुछ रियायतों के साथ किया गया था परन्तु जैसा की अब कोराना के पॉजिटिव मरीज बहुतायत में पाए जा रहे हैं, इस खतरे से बचने के लिए सभी निवासियों ने अपने बचाव में कई नियम बना लिए हैं,
नेफोमा ने सरकार से मदद मागते हुए कहा कि हमारा मिशन *”कोई भी भूखा ना सोए” के तहत किसी के रोजगार पर आंच आए, अगर कंटेन्मेंट जोन बनने से निवासी जोन से बाहर नहीं जा पायेगा और ऑफिस में जाना मुश्किल हो जाएगा और उसे ऑफिस से निकालने या मासिक वैतन ना देने की धमकी तक मिल रही हैं हम चाहते हैं कि किसी को नोकरी से ना निकला जाए और उसका घर परिवार भी चलता रहे.