प्रवासी मजदूरों व नौजवानों को मिला जेवर एमएलए धीरेन्द्र सिंह का सहारा, पढ़ें पूरी खबर
इंटर की परीक्षा देने के पश्चात वीरेंद्र कुमार बिहार के भागलपुर से चलकर दिल्ली आया था, जिससे यहां कुछ परिवार के लिए पैसे कमा सके, लेकिन उसे क्या पता था कि उसके दिल्ली पहुंचते ही पूरे देश में जनता कर्फ्यू लग जाएगा। 60 दिन दिल्ली में परेशान होकर जब उसके पास खाने पीने के लिए भी कुछ नहीं बचा तो उसने फिर अपने घर वालों से किसी के माध्यम से 05 हजार रूपये मंगाए और एक साइकिल खरीद कर, अपने मित्रों के साथ दिल्ली से उत्तर प्रदेश के रास्ते अपने जनपद भागलपुर के लिए निकल पड़ा ,क्योंकि सड़क पर पुलिस नहीं चलने दे रही थी। इसलिए यह सभी लोग छोटी सड़कों से छिपते छिपाते जेवर विधानसभा में आ गए, जहां गांव वालों ने उन सभी को अपने पास रोका और कहा कि ’’बिहार यहां से बहुत दूर है। हमारे विधायक जी आप लोगों के लिए ट्रेन की व्यवस्था करा देंगे।’’ इन सभी लोगों को अपने पास रोककर, इनकी साईकिलों को ग्रामीणों ने क्रय मूल्य पर खुद ही खरीद लिया। जब विधायक जेवर धीरेन्द्र सिंह ने वीरेंद्र कुमार से उसकी आपबीती सुनी बड़ा अचंभा हुआ। यह अकेला ही नहीं, इस तरह के अनेकों नौजवान, रोजगार की तलाश में एनसीआर दिल्ली में आते हैं तथा अपने परिवार के जीवन यापन के लिए जी तोड़ मेहनत मजदूरी कर, अपना गुजारा चला रहे हैं।
इसी प्रकार बिहार के विभिन्न जनपदों के प्रवासी भाइयों को जेवर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने रामपुर, मिर्जापुर, खेड़ा मोहम्दाबाद आदि गांवों में रोककर, उनकी ऐसी आवभगत की है, जिसे यह प्रवासी जीवनपर्यंत जेवर की मेहमाननवाजी को याद रखेंगे। आज लगभग 40 लोगों को बिहार जाने वाली ट्रेन में बिठाने के लिए जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने सभी को दादरी रेलवे स्टेशन के लिए अपनी टीम के साथ रवाना किया।
इसी प्रकार कल दिनांक 24 मई 2020 की रात को विधायक जेवर धीरेन्द्र सिंह के व्हाट्सएप नंबर पर एक महिला निधि की सूचना मिली, जो प्रेग्नेंट थी। विधायक जेवर धीरेन्द्र सिंह के कार्यालय ने उनसे बात कर, उनकी सहेलियों सहित उन्हें भी आज मोतिहारी पूर्वी चंपारण के लिए ट्रेन में व्यवस्था कर रवाना किया।
ग्राम फलैदा में भी कई दिनों से जनपद बांदा व महोबा आदि के लोग फंसे हुए थे, जिन्हें आज प्रशासन के सहयोग से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बस में उनके गंतव्य तक भिजवाया गया।