जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के प्रयास से बिहार के 23 लोगों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
मालिक चाहता था धान लगवाना और हम गए थे गेहूं की कटाई करने के लिए, लेकिन हमने बहुत समझाया कि ’’हम लोग धान की रोपाई नहीं जानते हैं’’ लेकिन हमारा मालिक चाहता था कि हम धान लगाकर ही बिहार वापस लौटे हैं, लेकिन हमारे घर वाले टेलीफोन पर रोजाना रोते थे और हमें आपबीती सुनाते हुए कहते थे कि ’’अब घर पर खाने के लिए कुछ नहीं रहा, आप जल्दी आ जाइए।’’ जो भी हमने कमाया था, वह सब हमारे खाने पीने में लग गया फिर हमने सोचा कि अब चाहे जो भी हो, हम यहां भूखें मरेंगे, इससे बेहतर है कि एक बार हम परिवार वालों से मिले। उपरोक्त शब्द बिहार प्रांत के जनपद अररिया और पूर्णिया के लोगों ने आज दिनांक 22 मई 2020 को जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के समक्ष बयां किए।
ज्ञात रहे कि हरियाणा के झज्जर में बिहार के पूर्णिया में अररिया जनपद के कुछ लोग गेहूं की कटाई करने के लिए गए थे। कटाई के बाद लाॅकडाउन लग जाने के कारण उनकी घर वापसी नहीं हो पाई तथा मजदूरी भी मिलनी बंद हो गई। जब उनके घर वालों की हालत ज्यादा खराब हो गई तो यह 23 मजदूर पैदल ही बिहार के लिए चल दिए और पुलिस से छुपते छुपाते, आज जब यह जंगलों की खाक छान रहे थे तब जेवर विधानसभा के खेड़ा मोहम्मदाबाद गांव में कुछ किसानों ने इन्हें रोक कर, इनके लिए ट्यूवेल चलाकर इन्हें स्नान कराया और भोजन आदि की व्यवस्था कर, जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह को सूचना दी। जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने फौरन एक बस की व्यवस्था करते हुए इन्हें ट्रेन में बिठाए जाने की व्यवस्था करते हुए सभी लोगों को रास्ते में खर्चे के लिए कुछ भी पैसे दिए, जिससे यह सभी लोग बहुत दिनों बाद संतुष्ट नजर आए।
जैसा कि विदित ही है कि जेवर विधानसभा के सभी ग्रामों में जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह द्वारा ग्रामीणों से कहा जा चुका है कि कोई भी प्रवासी आपके पैदल जाता मिले तो आप उन्हें अपने गांव में रोककर, उनकी सेवा सत्कार करते हुए जेवर विधायक के कार्यालय को अवगत कराया जाए।
श्री सुबोध कुमार, रवीन कुमार, राजेन्द्र दास, सोनू, लक्ष्मण, विजय, शत्रुघन, मुन्ना, रमाना, सुबोध कुमार, शंकर, अशोक कुमार, प्रमोद यादव, शिवन, पप्पू, प्रदीप, लालू, मुनचुन, संतोष कुमार, मंतोष कुमार, विनोद हेमरान, फिलीप हेमरान, पलस राय व शिवकुमार आदि लोग बस में बैठकर, बिहार के लिए रवाना हुए।