ट्रेन व बसों के द्वारा गौतमबुद्ध नगर से घर भेजे गए 52 हजार प्रवासी श्रमिक और विद्यार्थी
नोएडा : उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर गौतमबुद्ध नगर जिले के प्रवासी श्रमिकों और विद्यार्थियों को उनके गृह जनपद भेजने की बड़े स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। कोविड-19 के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और डीएम सुहास एलवाई ने अपनी देखरेख में अब तक 52 हजार लोगों को उनके गृह जनपद भेजा गया। इसके लिए 25 ट्रेनों और 540 बसों का इस्तेमाल किया गया। नोयडा से केरल राज्य के अठारह छात्रों को बस में बैठाकर दिल्ली केरल स्कूल के लिए रवाना किया गया। वहाँ से सभी छात्र ट्रेन के द्वारा केरल के लिए जायेगें। बस में बैठाने से पूर्व सभी छात्रों की थर्मल स्कैनिंग भी करायी गयी।
डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि कोरोना संकट के कारण गौतमबुद्ध नगर जिले में बड़ी संंख्या में श्रमिक और विद्यार्थी फंसे हुए थे। वे अपने घर जाने के इच्छुक थे। उन्होंने पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। उन लोगों को उनके गृह जनपद भेजने के लिए दादरी और दनकौर से 25 ट्रेनों की व्यवस्था की गई। इसके अलावा 540 बसों के माध्यम से भी लोगों को उनके घर भेजा गया।
डीएम ने बताया कि यह प्रक्रिया अभी जारी है। जो प्रवासी श्रमिक और विद्यार्थी मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर रजिस्ट्रेशन कराएंगे, उन्हें उनके गृह जनपद भेजने की व्यवस्था की जाएगी। प्रशासन का मकसद लोगों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने का है। उन्होंने बताया कि ट्रेनों और बसों में सवार होने से पहले सभी के सेहत की जांच की जा रही है। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए भेजा जा रहा है। प्रशासन की ओर से उनके लिए खाने और पीने का भी इंतजाम किया जा रहा है।