उ.प्र. कांग्रेस महासचिव वीरेंद्र सिंह गुड्डू जनसेवा के माध्यम से इंसानियत और आपसी भाईचारे सामाजिक सौहार्द की मिसाल कायम
ग्रेटर नोएडा: कोविड 19 की रोकथाम के देशभर में लगाये गए लॉकडाउन में जमीनी स्तर पर जनसेवा करने वाले हजारों अच्छी तस्वीरों का सामने आना सुखद अहसास है, जनपद में जनता कर्फ्यू व लॉकडाउन की घोषणा के बाद से जनसेवा में लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे अग्रणी समाजसेवियों में वीरेन्द्र सिंह गुड्डू (कांग्रेस प्रदेश महासचिव) जाना पहचाना नाम है।
किसानों व मजदूरों के लिए बड़े बड़े जनांदोलन किये हैं। कांग्रेस के प्रति वफादारी एवं जमीनी स्तर पर पकड़ के दम पर कांग्रेस शिर्ष नेतृत्व में अच्छी पकड़ रखते हैं। ग्रेटर नोएडा व नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ, हापुड़, मुजफ्फरनगर, अमरोहा आदि जनपदों कांग्रेस जनों के माध्यम से बड़े पैमाने पर भोजन के पैकेट बांटने के साथ सूखा राशन, बिस्किट के पैकेट बांटने में बड़ी शिद्दत से लगे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह मानव जाति पर बहुत बड़ी आफत है। हम सभी पर अधिकार है प्रत्येक जरूरतमंदों का।
आम जनता की सेवा कर दिल दिमाग को जो सुकून मिलता है उसे शब्दों में नहीं बताया जा सकता है। इस मौके पर उन्होंने जनपद व उत्तर प्रदेश भर में सांझा रसोई आदि माध्यमों से जनसेवा कर रहे सभी सहयोगी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि जनसेवा के साथ साथ सावधानी भी बरतें। प्रियंका गांधी वढ़ेरा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व विधायक पंकज सिंह आदि के साथ गौतमबुद्ध नगर कांग्रेस के प्रत्येक सहयोगी साथी, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के समर्पण की जमकर तारीफ की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस लॉकडाउन को बढ़ाने का समर्थन करती है। लेकिन जरूरतमंदों की मदद के लिए बड़े कदम उठाने की जरूरत है। सरकारी गोदामों में अनाज सड़ रहा है लेकिन वितरण बढ़ाने पर जोर नहीं दिया जा रहा है। बड़ी संख्या में क़वारटाइन किये गए कोविड 19 के संदिग्ध लोगों की जांच की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है। प्राइवेट इलेक्ट्रॉनिक चैनलों की घटिया किस्म की पत्रकारिता की भी पुरजोर आलोचना करते हुए कहा कि ऐसे नाजुक हालत में नफरत फैलाने की जगह मोहब्बत भाईचारा बढ़ाने की जरूरत है, पुलिस प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला करने वाले दोषी चाहे कोई भी हो उसकी सयंमित कवरेज की जानी चाहिए।
बढ़ा चढ़ाकर सनसनीखेज तरीके की पत्रकारिता की गांधीजी के देश में कोई जगह नहीं है। भारतीय अर्थव्यवस्था को कमजोर करने में भारतीय मीडिया भी बराबर की दोषी है। अब खबरें यह आ रही है कि कॉरपोरेट घरानों की मीडिया से बड़े पैमाने पर कैमरामैनों, संवाददाताओं आदि स्टाफ को निकाला जा रहा है। मेरे बहुत सारे पत्रकार अच्छे दोस्त हैं और मेरा व्यक्तिगत तौर मानना है की 99% पत्रकार अच्छे हैं और अच्छी सोच रखते हैं, घटिया किस्म की भड़काऊ पत्रकारिता करने वाले पूरे देश में 20 भी नहीं है। टीवी स्टूडियो में बैठकर नफरत फैलाने वालों की बॉडी लैंग्वेज ऐसी होती है कि जैसे युद्ध चल रहा हो। चींख चींख कर बोलना ओर जो सवाल सरकार से करने चाहिए उन सवालों को विपक्षी पार्टियों के नेताओं से किये जाते हैं। जब किसी भी देश की मीडिया बड़े पैमाने पर नफरत फैलाने में लगती है तो बड़े निवेशकों में डर का माहौल बन जाता है और इस वजह से निवेश करने की रफ्तार धीमी पड़ जाती है। मोदी जी से निवेदन है कि देश के बड़े अर्थशास्त्रियों से लगातार मार्गदर्शन लेते रहे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी, पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम जी, पूर्व गवर्नर रघुराम राजन जी देश ही नहीं बल्कि दुनिया के टॉप अर्थशास्त्री है। दुनिया भर के साथ साथ सारा देश जानता है कि फरवरी के शुरू से ही राहुल गांधी जी जी सरकार व प्रधानमंत्री जी को चेता रहे थे बार बार अपील कर रहे थे कि कोरोना की रोकथाम के लिए आगे बढ़ कर बड़े फैसले लो लेकिन मध्यप्रदेश में कमलनाथ जी की चुनी गईं सरकार को गिराने के चक्कर में एयरपोर्ट बंद नहीं किये गए और लॉकडाउन का फैसला भी बिना किसी तैयारी के थोड़ी देरी से लिया गया।
फरवरी के शुरू में ही एयरपोर्ट बंद कर दिए जाते तो हवाई जहाज में चलने वाले लोगों से हवाई चप्पल पहने वाले लोगों तक यह वायरस नहीं पहुंचता, कांग्रेस पार्टी सभी देशवासियों के साथ है, सरकार के साथ है, इस समय सभी देशवासियों का सबसे बड़ा कर्तव्य घरों में रहना है।