शारदा विश्विद्यालय में मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन पर संगोष्ठी
शारदा अस्पताल के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग द्वारा लड़कियों में विशेष आवश्यकता के साथ मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में किशोर स्वास्थ्य विभाग की उपायुक्त डॉ.सुषमा दुरेजा मुख्य अतिथि और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज और गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दिल्ली की प्रोफेसर डॉ. पूजा दीवान,एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बिंदिया गुप्ता, सफदरजंग अस्पताल दिल्ली की प्रोफेसर डॉ. प्रतिमा मित्तल, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली की प्रोफेसर डॉ. इंदु चावला और सफदरजंग अस्पताल की डॉ. अर्चना बत्रा इस संगोष्ठी में वक्ता के रूप में मौजूद थी। मुख्य अतिथि का स्वागत स्कूल ऑफ़ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च की डीन डॉ. मनीषा जिंदल और प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. निम्मी चुटानी ने किया।
इस कार्यक्रम में शारदा विश्वविधालय के स्कूल ऑफ़ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च के प्रो. वाईस चांसलर डॉ. पी. एल. कोरिहोलू, मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. मनीषा जिंदल, एसोसिएट डीन डॉ. पूजा रस्तोगी, मेडिकल सुपरिन्टेन्डेन्ट डॉ. आशुतोष निरंजन, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. निम्मी चुटानी तथा कार्यक्रम की संयोजक डॉ. नीरजा गोयल और डॉ. शेहला जमाल के साथ विभाग के चिकित्सक भी उपस्थित थे ।
डीन डॉ. मनीषा जिंदल ने कहा की इस संगोष्ठी का उद्देश्य अपने मासिक धर्म जीवन चक्र में किशोर लड़कियों और महिलाओं की मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन आवश्यकताओं को संबोधित करने, मान्यताओं की जानकारी के स्रोत को जानने और किशोर लड़कियों में मासिक धर्म स्वच्छता की स्थिति का पता लगाना है।
डॉ. पी. एल. कोरिहोलू ने कहा की मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन की प्रासंगिकता को पहचानने, बालिकाओं के स्वास्थ्य, कल्याण और शैक्षिक उपलब्धियों के लिए ऐसे कार्यकर्मो का आयोजन निरंतर होते रहना चाहिए।
डॉ.सुषमा दुरेजा ने कहा की मासिक धर्म स्वच्छता, प्रजनन पथ के संक्रमण के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है । किशोर लड़कियों के लिए स्वास्थ्य शिक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू है। शैक्षिक टेलीविजन कार्यक्रम, प्रशिक्षित स्कूल नर्स / स्वास्थ्य कर्मी, प्रेरित स्कूल शिक्षक और जानकार अभिभावक आज की किशोरावस्था लड़कियों को सही मासिक धर्म स्वच्छता के महत्वपूर्ण संदेश को प्रसारित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
पांचो वक्ताओं डॉ. पूजा दीवान, डॉ. बिंदिया गुप्ता, प्रोफेसर डॉ. प्रतिमा मित्तल, प्रोफेसर डॉ. इंदु चावला डॉ. अर्चना बत्रा ने अपने व्याख्यान में कहा की इस संगोष्ठी में विकलांगता मुद्दों की समझ को बढ़ावा देने और विकलांग व्यक्तियों के सम्मान, अधिकारों और कल्याण के लिए समर्थन जुटाना है। वर्ष 2019 का विषय विकलांग व्यक्तियों और उनके नेतृत्व की भागीदारी को बढ़ावा दे रहा है, जिस पर कार्रवाई की जा रही है। विशेष आवश्यकता वाली लड़कियों को, विशेष समस्याएं भी होती हैं। उन्हें एक गरिमापूर्ण स्वास्थ्य देने का संकल्प करना हमारा उद्देश्य है। स्त्रीरोग संबंधी समस्याओं का प्रबंधन, विशेष रूप से मासिक धर्म स्वास्थ्य को व्यवस्थित तरीके से और अधिक पता लगाने की आवश्यकता है। इसलिए आज के संगोष्ठी में विभिन्न स्त्री रोग संबंधी पहलुओं पर चर्चा करने की आवश्यकता है ।
अध्यक्ष डॉ. निम्मी चुटानी ने कहा की मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि महिलाएं और लड़कियां अपने माहवारी को इस तरह से प्रबंधित कर सकें जो न केवल स्वस्थ हो, बल्कि यह स्कूल, कॉलेज, काम और अन्य गतिविधियों में उनकी पूर्ण भागीदारी को सक्षम बना सके।
संगोष्ठी के अंत में डीन अध्यक्ष डॉ. निम्मी चुटानी ने मुख्य अतिथि और पांचो वक्ताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और धन्यवाद ज्ञापन किया ।