आर.जे. रौनक ने शारदा विश्वविद्यालय में नई मल्टीमीडिया प्रयोगशाला का किया उद्घाटन
ग्रेटर नॉएडा:शारदा विश्वविद्यालय में आर.जे. रौनक “योग और जीवन” का हमारे जीवन में महत्व पर अपना अनुभव साँझा करने पहुंचे है । उनका स्वागत जनसंचार विभाग की डीन ऋतू सूद और हेड डॉ अमित चावला ने किया। आर.जे. रौनक ने जनसंचार विभाग की नई मल्टीमीडिया प्रयोगशाला का भी उद्घाटन किया। जनसंचार विभाग के हेड डॉ अमित चावला ने आर.जे. रौनक और विद्यार्थीओ को प्रयोगशाला के विशेषता के बारे में अवगत कराया। रौनक के स्वागत भाषण में स्कूल की डीन ऋतू सूद ने कहा की रेडियो में भी नए कैरियर की पूरी सम्भावनाये है और आर. जे. रौनक जैसे व्यक्तित्व छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत्र है।
आर.जे. रौनक की उपस्थिति ने जनसंचार विभाग ही नहीं पुरे विश्वविद्याल के छात्रों में गज़ब का जोश और उत्साह भर दिया। आर. जे. रौनक छात्रों के साथ अपने अनुभवों को साँझा करते हुए कहा की रेडियो लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ रही है और इसमें रोज़गार की भी नयी सम्भावनाये है। आर. जे. रौनक ने आवाज को मधुर और प्रभावशाली बनाने के लिए योग की महत्ता पर काफी जोर दिया। आर. जे. रौनक ने “इनर इंजीनियरिंग” कार्यक्रम की प्रशंशा की और छात्रों को 5 और 6 अक्टूबर 2019 को सद्गुरु के “इनर इंजीनियरिंग” कार्यक्रम में आमंत्रित किया और कहा कि योग के द्वारा ही जीवन की किसी भी उपलब्धि को पाया जा सकता है। आर.जे. रौनक ने छात्रों को योग और संयम से जीवन शक्ति विकसित करने और आगे बढ़ने के कई युक्तियों कि जानकारी दी ।
आर. जे. रौनक बउआ जोक्स के लिए प्रसिद्ध हैं तथा उनकी बैरागी जी के साथ वाली सीरीज भी लोगों को पसंद हे और लोगों को रेड. एफ.एम. के प्रसिद्ध रेडियो जॉकी काफी पसंद भी आते हैं। इस मौके पर ने छात्रों ने आर. जे. रौनक से कई सवाल किये? जनसंचार विभाग की फाइनल ईयर की छात्रा पलक ने आर.जे. से उनकी फिटनेस के बारे में प्रश्न पूछा ? प्रश्न का जवाब रौनक ने अपने “बउआ” अंदाज में कहा कि रोजाना योग और ध्यान का अभ्यास करने से वह खुद को फिट रखने में सक्षम हो गए हैं। उन्होंने छात्रों से योग का अभ्यास करने का आह्वान किया जो बदले में उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देगा। एक हल्के स्वर में श्रोताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि योग सबसे अच्छा व्यसन हो सकता है। उन्होंने कहा कि युवा आज हर चीज के बारे में जानता हैं और वे आज की समस्याओं का जवाब नहीं ढूंढ पाता हैं। इसके अलावा, उन्होंने कार्यक्रम के बारे में बताया कि एक रेडियो जॉकी को किस तरह से काम करना पड़ता है और कैसे काम से थकान और तनाव हो जाता है। हर दिन उन्हें शांत और प्रेरित रखने में मदद करने वाली चीजें योग हैं। उन्होंने “शाम्भवी महामुद्रा क्रिया” के द्वारा उनके जीवम में आये उनके जीवन में आये बदलाव की भी जानकारी दी । रौनक ने छात्रों को बताया की काम के साथ-साथ अपनी सेहत का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। उन्होंने शारदा विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के रेडियो सेशन का भी दौरा किया।
जनसंचार विभाग की डीन ऋतू सूद ने शारदा विश्वविधालय की तरफ आर.जे. रौनक को स्मृति चिन्ह भेट किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ अमित चावला ने उपस्थित सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया |