राज्यसभा चुनाव उत्तर प्रदेश : सुरेंद्र नागर का निर्विरोध निर्वाचन तय
लखनऊ : आज भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेंद्र नागर और संजय सेठ ने राज्यसभा चुनाव के लिए आज अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। दो रिक्त स्थान के लिए इनके अलावा अभी तक किसी ने भी नामांकन नहीं किया है। इसके कारण इनका निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है।
राज्यसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार संजय सेठ और सुरेंद्र नागर ने विधान भवन में अपना-पना नामांकन दाखिल किया है । दोनों का निर्विरोध निर्वाचित तय है। बता दें समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सदस्य रहे संजय सेठ और सुरेंद्र नागर अगस्त में इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। भाजपा ने इनको ही इनकी रिक्त सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया था।
भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ साथ नामांकन के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के साथ संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना मौजूद थे।
विधान भवन में राज्यसभा सदस्य पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करते भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नागर साथ भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा तथा संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना भी थे।
प्रदेश में राज्यसभा सदस्य का चुनाव 23 सितंबर को होगा। समाजवादी पार्टी छोड़कर हाल में ही भाजपा में शामिल होने वाले सुरेंद्र नागर तथा संजय सेठ को भाजपा ने अपना राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने दोनों नेताओं को टिकट दिया है।
सुरेंद्र नागर ने दो अगस्त को और संजय सेठ ने पांच अगस्त को इस्तीफा दिया था। इनका कार्यकाल चार जुलाई 2022 तक है। दोनों सीट के लिए राज्यसभा उपचुनाव 23 सितंबर को होगा। इसके लिए 5 सितम्बर को राज्यसभा उप चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई। दो सीटों पर नामांकन की अंतिम तारीख 12 सितंबर यानी आज थी। 13 को नामांकन पत्रों की जांच होगी। नाम वापसी की अंतिम तिथि 16 सितंबर को है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा के पास प्रचंड बहुमत है। ऐसे में दोनों राज्यसभा सीटों पर भाजपा की जीत तय मानी जा रही है। सपा के इन दोनों नेताओं ने नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।