तीन दिनों से पानी के लिए तरसे हजारों लोग, विरोध करने पर FIR दर्ज
ग्रेटर नोएडा वेस्ट। उत्तर प्रदेश का शो विंडो कहे जाने वाले गौतमबुद्धनगर के ग्रेनो वेस्ट में हजारों लोग तकरीबन तीन से बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। इन्हें पानी मुहैया कराना तो दूर, सोसायटी के लोगों जब अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे तो उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई।
पानी की समस्या से जूझ रही सुपरटेक की ईको विलेज-2 सोसाइटी है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित इस सोसायटी में लगभग तीन हजार परिवार रहते हैं। रविवार रात से ही इस सोसाइटी में जलापूर्ति नहीं हो रही है। जब समस्या हद से ज्यादा बढ़ गई तो लोगों ने मंगलवार रात चार मूर्ति के पास विरोध स्वरुप करीब तीन घंटे तक ट्रैफिक जाम किया। पानी मांग रहे निवासियों को पानी तो नहीं मिला, लेकिन सोसाइटी के करीब 80 लोगों के खिलाफ एफआईआर जरूर दर्ज कर दी गई। एफआईआर में 8 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि 60-70 अन्य लोगों को अज्ञात में शामिल किया गया है।
जानकारी के मुताबिक सुपरटेक इको विलेज 2 में रविवार रात से ही पानी नहीं आ रहा है। शुरुआत में बिल्डर की तरफ से कहा गया कि अथॉरिटी की मोटर खराब होने के कारण समस्या उत्पन्न हुई है और उस मोटर के ठीक होते ही समस्या खत्म हो जाएगी। सोमवार दोपहर तक अथॉरिटी ने अपनी ओर से हो रही समस्या को सुलझा लिया, लेकिन बिल्डर निवासियों तक फिर भी पानी नहीं पहुंचा पाया।
मंगलवार को भी सोसायटी के लोग टैंकर से पानी भरकर 20वें फ्लोर तक ले जाने को मजबूर हो गए, तो उनके सब्र का बांध टूट गया। इसके बाद मंगलवार रात करीब 8 बजे काफी संख्या में सोसायटी के लोग सड़क पर उतर आए। सोसायटी के लोगों ने महिलाओं और बच्चों संग सड़क पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसकी वजह से सड़क पर भीषण जाम लग गया। जाम के बारे में प्रशासन को पता चला तो वहां पुलिसबल भी पहुंच गया।
निवासी मनोज झा ने बताया कि इस दौरान सुपरटेक इको विलेज 2 में फैसिलटी से जुड़े मामलों को देख रहे बिल्डर के प्रतिनिधि नितेश अरोड़ा से बात की गई तो उन्होंने उल्टा निवासियों से कहा कि तीन दिन नहीं नहाएंगे तो क्या हो जाएगा। सोसायटी के लोगों ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस के कहने के बावूजद नितेश लोगों की समस्या सुनने को तैयार नहीं था। उन्होंने सोसायटी के निवासियों से बात करने से मना कर दिया। तीन घंटे चले इस प्रदर्शन के बावजूद निवासियों को पानी नहीं मिला, उल्टा पुलिस ने निवासियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज कर ली।
निवासियों पर जाम लगाने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, सरकारी कर्मचारी से धक्का मुक्की करने और गलत तरीक से रास्ता रोकने व पब्लिक की आवाजाही को अवरुद्ध करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। सोसायटी में रहने वाले मनोज कुकरेती, संजीव सक्सेना, मनोज झा, प्रशांत चौधरी, डॉ. मुकेश चौधरी, मोनू और परमेश्वर दूबे के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। साथ ही 60-70 अन्य लोगों को अज्ञात में शामिल किया गया है।
आज सुबह निवासियों ने अपनी इस लड़ाई को अगले स्तर पर ले जाने की ठानी। निवासी रोहित दीक्षित ने बताया कि इस दौरान स्थानीय सांसद महेश शर्मा से बात की गई, लेकिन उन्होंने बताया कि वे किसी कार्यक्रम में व्यस्त हैं। यानि उनके पास अपने क्षेत्र के निवासियों की समस्या सुनने के लिए वक्त नहीं था। इसके बाद सुबह बड़ी संख्या में निवासी डीएम बीएन सिंह से मिलने पहुंचे। DM ने CEO ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी को तुरंत इस मामले पर संज्ञान लेने को कहा और निवासियों से कहा कि वह CEO से मिल लें। इसके बाद सभी निवासी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी पहुंच गए।
निवासियों ने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में ACEO दीपचंद से मुलाकात की। उन्होंने आस्वासन दिया कि आज शाम तक पानी की समस्या का हल हो जाएगा। ACEO ने सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा से भी बात की और उन्हें शाम तक पानी की समस्या सुलझाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही सोसाइटी के कई टावर्स को OC/CC भी नहीं मिला है, इस पर निवासियों को आस्वासन दिया गया कि अगले 10 दिन के अंदर यह भी मिल जाएगी।