ईशान आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज: नस्य चिकित्सा पर आयुर्वेद कार्यशाला
ग्रेटर नोएडा। नस्य चिकित्सा एवं उसकी उपयोगिता विषय पर दो दिवसीय आयुर्वेद कार्यशाला का आयोजन ईशान आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेन्टर ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया गया। कार्यशाला में देश के विभिन्न कोने-कोने से आयुर्वेद चिकित्सक शामिल हुए। इस कार्यशाला का उद्घाटन क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी नोएडा डॉ. अंजली शर्मा, संस्था के चेयरमैन डॉ. डी.के. गर्ग, डी.के. गुप्ता रिटायर्ड आईएस अधिकारी एवं पूर्व जिलाधिकारी मुरादाबाद, हरिद्वार, डॉ. राम अरोड़ा, रक्त मोचन विशेषज्ञ, उज्जैन, डॉ. राजेन्द्र खोडेकर, प्राचार्य एवं प्रोफेसर शल्य चिकित्सा विभाग ने धनवंतरि के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्वलित कर किया।
स्वागत कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए डॉ. डी.के. गर्ग ने बताया कि ईश्वर ने मनुष्य की सृष्टि के साथ-साथ ही पेड़ पौधे एवं जड़ी बूटियों को भी हमें प्रदान किया। भगवान धनवंतरि के अवतरण के साथ ही आयुर्वेद का प्रारम्भ हो गया था। इसी के साथ डॉ. डी.के. गर्ग द्वारा लिखित आयुर्वेद विषय पर पुस्तक काय चिकित्सा का विमोचन मुख्य अतथियों द्वारा किया गया। कार्यशाला में बोलते हे डी.के. गुप्ता ने कहा कि रीढ़ की हड्डी का दर्द जब किसी चिकित्सा से नहीं हो सकता तो आयुर्वेद से हो सकता है।