यमुना एक्सप्रेस वे का निरीक्षण, मिली खामियां, सड़क हादसे की रोकथाम के लिए सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने दिए ये निर्देश
ग्रेटर नोएडा : यमुना एक्सप्रेस वे के रोड सेफ्टी के सम्बंध में यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरूण वीर सिंह ने प्राधिकरण के अधिकारी विशेष कार्यधिकारी शैलेन्द्र भाटिया, महाप्रबंधक परियोजना के के सिंह, उप महाप्रबंधक ए के अरोरा, स्टाफ अफसर नंद किशोर और अन्य अधिकारियों के साथ जीरो पॉइंट ग्रेटर नोयडा से लेकर आगरा तक 165 किलोमीटर के रोड का निरीक्षण किया। आई आई टी दिल्ली के द्वारा दिये गए सुझावों के जे पी इंफ्राटेक द्वारा अब तक किये गए क्रियान्वयन का स्थलीय निरीक्षण किया गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा जीरो पॉइन्ट पर दोनों तरफ रम्बल स्ट्रिप लगाने के साथ दुर्घटना बहुल क्षेत्र का बोर्ड लगाने के निर्देश गए।
निरीक्षण में कैट आई नही पाई गई , इसे भी आगामी 15 दिनों में लगाने के निर्देश दिए गए। आई आई टी के सुझाव के संबंध में प्रारम्भ में एग्जिट एंट्री रैंप, इंटरचेंज लूप, टोल प्लाज़ा, एक्सप्रेस वे के लीनियर सेक्शन और आर टी सी डाटा के सम्बंध में कार्यवाही की जानी है। इस पर 28.42 करोड़ का व्यय होगा। इस पर कार्य प्रारम्भ किया गया है. इसे पूरा कराने के निर्देश दिए गए। आई आई टी द्वारा थ्री बीम लगाने के सुझाव के क्रम में प्रारंभ में 500 मीटर दोनों तरफ लगा कर परीक्षण करने के निर्देश उपस्थित जे पी के अधिकारियों को दिए गए।
स्थलीय निरीक्षण में पाया गया कि अभी तक जीरो पॉइंट से 38 किलोमीटर तक ही पड़ने वाले पुलों पर (मीडियन पर) क्रैश वैरियर लगाया गया है , तथा आगरा के तरफ से पड़ने वाले कुछ पुलों पर लगाया गया है। जे पी इंफ़्रा के अधिकारी अजित कुमार ने बताया कि पुलों पर क्रैश वैरियर लगाने का कार्य वर्तमान में चल रहा है, जिसे माह के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा। दो टोल प्लाजा के बीच स्पीड के आधार पर ओवर स्पीड करने वालो के ऑटोमेटिक चालान काटने के लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव कर माह के अंत तक लागू करने के निर्देश दिए गए । गत तीन माह में ओवर स्पीड के 5400 मामलों में भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान बिना हेल्मेट के 315 और नो पार्किंग जोन के 85 मामलों में भी कार्यवाही के निर्देश दिए गए। एक्सप्रेस वे पर नॉन फंक्शनल 06 सी सी टी वी , 09 वीडियो इंसिडेंट डिटेक्शन सिस्टम, 15 ऑटोमैटिक नम्बर प्लेट रीडर स्पीड कैमरा, 164 इमरजेंसी कॉल बॉक्सेस, 01 क्रेन और 03 नाइट्रोजन गैस फिलिंग स्टेशन को फंक्शनल करने के निर्देश दिए गए साथ ही रम्बल स्ट्रिप का मरम्मत और अन्य आवश्यक स्थानों पर रम्बल स्ट्रिप लगाने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के समय जे पी इंफ़्रा के अजित कुमार अपनी टीम के साथ उपस्थित थे।