सीएम योगी से नेफोवा करेगा गेनो प्राधिकरण अधिकारीयों की शिकायत
ग्रेटर नोएडा : आज नेफोवा ने प्रेस रीलिज जारी करते हुए यह कहा है कि रियल एस्टेट रेगुलेटरी बिल यानी रेरा के कानूनी शिकंजों से बचने के लिए सारे नियम कानून को ताक पर रखकर आनन फानन में आधे अधूरे प्रोजेक्ट को प्राधिकरण द्वारा कम्पलीशन सर्टिफिकेट मुहैया कराया जा रहा है।
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ज़्यादातर प्रोजेक्ट ऐसे है, जहाँ न अभी बिजली की कोई सुविधा है, न ही सीवेज तैयार है, न ही लिफ्ट तथा दूसरी सुविधाओं की व्यवस्था हो पाई है, न पानी निकासी की समुचित व्यवस्था है, लेकिन प्राधिकरण बिना कोई जांच किये बिल्डर को कम्पलीशन सर्टिफिकेट बांट रहा है। बार बार नेफोवा द्वारा नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ से इस संबंध में शिकायत किये जाने के बावजूद प्राधिकरण चुप्पी साधे है।
पिछले दिनों मीडिया में आयी खबर की माने तो प्राधिकरण बदले की भावना से कुछ बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई कर रही है । नेफोवा का सवाल यह है कि फिर बाकी तमाम बिल्डर के खिलाफ प्राधिकरण कोई एक्शन क्यों नही ले रही है और उल्टा, बिना कोई जांच के उन्हें कम्पलीशन सर्टिफिकेट थमा रही है । स्पष्ट है, उन तमाम बिल्डर को रेरा के कानून से बचाने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद नेफोवा तथा तमाम होम बायर्स को उम्मीद जगी थी कि प्राधिकरण का रवैया बिल्डर के प्रति बदलेगा तथा उनके खिलाफ कड़े एक्शन लिए जाएंगे। पर वास्तविकता यह है कि आज भी प्राधिकरण उल्टा बिल्डर को फायदा पहुंचाने की कोशिश में लगी है।
नेफोवा जल्द मुख्यमंत्री से प्राधिकरण के इस रवैये की शिकायत करेगी और जिन अफसरों द्वारा आधे अधूरे प्रोजेक्ट को कम्पलीशन सर्टिफिकेट दिया जा रहा है, उनके खिलाफ जांच कमिटी बैठाने की अपील करेगी। प्राधिकरण और नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा वेस्ट के कई बिल्डर के साथ मिलीभगत का प्रमाण नेफोवा के पास मौजूद है और जल्द मुख्यमंत्री द्वारा इन अफसरों के खिलाफ जांच का आदेश नही दिया जाता है तो नेफोवा कोर्ट जाएगी तथा बिल्डरों को फायदा पहुँचाने में लिप्त प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ साक्ष्य प्रस्तुत करेगी।