डिजिटल इंडिया को चुनौती देता ग्रेनो प्राधिकरण
ग्रेटर नोएडा (रोहित कुमार):मौजूदा मोदी सरकार डिजिटल इंडिया को विस्तृत पैमाने पर लागू कर रही है,वहीं लोगों का यह मानना है कि डिजिटल इंडिया के माध्यम से कार्य पद्धति में तेजी आई है, पारदर्शिता भी इसके माध्यम से आ रही है.जब जमीनी हकीकत देखने का प्रयास किया गया तो निश्चित रूप से कई ऐसे संस्थान हैं,जहां डिजिटल इंडिया आने के बाद कार्यपद्धती में तेजी आई है. हम चर्चा कर रहे हैं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का जहां आप ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन सुविधाएं भी ले सकते हैं,ऐसी सूचना वेबसाइट पर आपको मिल जाएगी लेकिन हमारे पास आए शिकायत के अनुसार परिवर्तित नाम संजीव शर्मा ग्रेनो प्राधिकरण के वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन सर्विसेज लेना चाह रहे थे, संजीव शर्मा ने जब ऑनलाइन सुविधा के लिए आवेदन दिया तो निर्धारित अवधि में उनका कार्य नहीं हो पाया.जैसा कि हमने ग्रेनो प्राधिकरण के वेबसाइट पर पाया कि विभिन्न सुविधाओं के लिए अवधि भी निर्धारित किया गया है.लेकिन संजीव शर्मा का उस अवधि में कार्य नहीं हो पाया तब संजीव शर्मा प्राधिकरण जाते हैं.जब प्राधिकरण जाते हैं तो प्राधिकरण से संबंधित कर्मचारी उन्हें बताते हैं कि आप यदि नियम कानून के तहत कार्य करना चाहेंगे तो जल्दी नहीं हो पाएगा साथी अलग अलग तरीके के बहाने भी बनाया जाता है.
यहां उल्लेखनीय यह है कि आज ग्रेटर नोएडा एक उन्नत शहर के रूप में उभर कर सामने आ रही है हम अपने शहर को तकनीक से जुड़ना चाहते हैं .जहां विकास तेजी से हो पाए प्राधिकरण भी इसके लिए कार्य कर रही है परंतु जब आम नागरिक इसका सुविधा लेना चाहा तो उसे नहीं मिल पाया है.अब देखना यह होगा कि क्या आने वाले समय में ऑनलाइन सुविधाएं उपलब्ध है,प्राधिकरण के माध्यम से क्या उचित तरीके से नियमित तौर पर और जो अवधि निर्धारित की गई है,उसमें आम नागरिकों को उसका लाभ मिल पाता है या नहीं.