रांची :” सड़क पर नहीं पढ़ेंगे नमाज” : मौलाना उबैदुल्लाह

रांची : एकरा मस्जिद के मौलाना उबैदुल्लाह ने पत्रकारों से कहा, “हमने लोगों को सड़क पर नमाज अदा करने से रोका क्योंकि यह इस्लाम के खिलाफ है. कुछ लोग थे जो नमाज अदा करने के लिए सड़क पर कतारों में खड़े रहते थे, लेकिन अब से यह मस्जिदों के अंदर किया जाएगा और इसके लिए जगह उपलब्ध होगी.”

अभी तक रांची की कई सड़कें, जिसमें महात्मा गांधी रोड भी शामिल है, नमाज अदा करने के चलते विशेष तौर पर शुक्रवार को बड़े जामों में फंस जाया करती थीं.

इस शुक्रवार को सैंकड़ों की संख्या में मुस्लिम लोगों ने रतन टॉकीज के पास स्थित एकरा मस्जिद के अंदर नमाज अदा की.

मौलाना उबैदुल्लाह ने कहा, “मुख्य सड़क शहर का महत्वपूर्ण रूट है. स्कूल की बसें, एंबुलेंस और महत्वपूर्ण वाहन वहां से गुजरते हैं. नमाज के नाम पर दूसरों को परेशान करना इस्लाम के खिलाफ है.”

उन्होंने कहा कि अब इस अभ्यास को रोकने के लिए शहर के सभी मस्जिदों के मौलवियों की बैठक बुलाई जाएगी. रांची के लोगों ने इस निर्णय का स्वागत किया है.

यह भी देखे:-

रयान प्रदुम्न मर्डर केस में ट्विस्ट , तो क्या इसलिए की गयी थी प्रद्युम्न की हत्या !
"RSS वाला हूं देश सेवा ही मेरा मिशन" - नितिन गडकरी
जम्मू-कश्मीर विधानसभा क्यों हुई भंग ?
भारत की बेटी मानुषी छिल्लर को मिस वर्ल्ड 2017 ख़िताब
कोरोना संकट : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  बोले- हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले, सरकार हर स्तर पर कर रही ...
16 नवंबर को शपथ ले सकते हैं नीतीश कुमार, PM मोदी ने कर दिया है नेतृत्व का एलान
मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का निधन
"जनता हमें पाकिस्तानी एजेंट मानने लगी है" - कांग्रेस नेता
"पद्मावती" से "पद्मावत" बनने के बावजूद है जारी है महा संग्राम
बजट 2021 से जुड़ी खास बातें, जानिए क्या है, पढ़ें पूरी खबर 
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के बीच लगातार चल रही हैं राजनयिक बैठकें, क्‍या है वजह..
धारा 370 निष्क्रिय:बौखलाया पाकिस्तान ने उठाए ये 7 कदम
कोरोना से भारत में पहली मौत की खबर, डरो नहीं , जयपुर में एक मरीज ठीक होने का दावा, मिल गया ठीक होने ...
बालाकोट IAF स्ट्राइक: आतंकी मारने गए थे या फिर पेड़ उखाड़ने - नवजोत सिंह सिद्धू
पटना में लगे नीतीश के पोस्टर, लिखा-हो गईल जय-जयकार, फिर नीतीश...
नहीं रही महान गायिका भारत रत्न लता मंगेशकर, 92 के उम्र में ली आखिरी सांस; दो दिन का राष्ट्रीय शोक